तीन दिवसीय मिथिला विभूति पर्व समारोह 28 नवंबर से
कोरोना के सुरक्षा मानकों के पालन सहित जागरूकता फैलाने पर होगा विशेष ध्यान।
48 में मिथिला विभूति पर्व समारोह के आयोजन की चल रही तैयारियों की समीक्षा के लिए विद्यापति सेवा संस्थान के तत्वावधान में बुधवार की देर शाम एम एल एस एम कॉलेज परिसर में बैठक हुई। मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पं कमला कांत झा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में वैश्विक महामारी कोरोना के सुरक्षा मापदंडों का पालन करते हुए तीन दिवसीय समारोह को सफल बनाने पर गहन विचार-विमर्श किया गया एवं इस बाबत प्रशासनिक अनुमति प्राप्त करने के लिए स्वागत महासचिव प्रो जीवकांत मिश्र एवं मीडिया संयोजक प्रवीण कुमार झा को अधिकृत किया गया।
मौके पर समारोह के राष्ट्रीय संगोष्ठी संयोजक मणिकांत झा ने बताया कि इस बार के संगोष्ठी का विषय कोरोना महामारी के संस्मरण पर केंद्रित होगा। जिसमें भाग लेने वाले प्रतिभागियों से आगामी 10 नवंबर तक कोरोना महामारी के आपदा काल में प्राप्त अनुभवों पर आधारित आलेख आमंत्रित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि प्राप्त आलेखों को पुस्तक आकार में इस वर्ष भी प्रकाशित किया जाएगा। कवि गोष्ठी संयोजक हरिश्चंद्र हरित ने जानकारी दी कि आमंत्रित किए जाने वाले कवियों की सूची को अंतिम रूप दिया जा रहा है। जबकि विगत दो वर्षों में समारोह में पठित कविताओं के प्रकाशन का कार्य प्रगति पर है।
बैठक में सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन से संबंधित तैयारियों की जानकारी देते हुए प्रो जीवकांत मिश्र ने बताया कि समारोह में मैथिली मंच के लगभग सभी कलाकारों ने अपनी उपस्थिति की सहमति प्रदान कर दी है। कार्यालय सचिव- मीडिया संयोजक प्रवीण कुमार झा ने जीआई टैगिंग में मिथिला के मखान की ब्रांडिंग मिथिला मखान के नाम किए जाने की दिशा में संस्थान द्वारा की गई कार्यवाही की विस्तृत जानकारी बैठक में दी। जिस पर सभी सदस्यों ने संतोष जताया।
अध्यक्षीय संबोधन में पं कमलाकांत झा ने कार्यक्रम के आयोजन में कोरोना के सुरक्षा मापदंडों के पालन के साथ ही इस महामारी के प्रति आम लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए शोभायात्रा का थीम कोरोना महामारी के कारण एवं निदान विषय पर केंद्रित करने का सुझाव दिया।
बैठक में धन्यवाद ज्ञापन महासचिव डॉ बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने किया। अपने धन्यवाद प्रस्ताव में उन्होंने मौजूदा वैश्विक महामारी कोरोना के सुरक्षा मापदंडों का अनुपालन करते हुए 28 से 30 नवंबर तक आयोजित होने वाले तीन दिवसीय मिथिला विभूति पर्व समारोह को यादगार बनाने की अपील की। बैठक में प्रो चन्द्रशेखर झा बूढाभाई, डाॅ उदय कांत मिश्र, प्रो चन्द्र मोहन झा पड़वा, हरि किशोर चौधरी, विनय कुमार संतोष, प्रो भरत मिश्र आदि की उल्लेखनीय उपस्थिति रही।