भारत बंद की तैयारी को लेंकर पोलो मैदान में हुआ जन कन्वेंशन
तीनों कृषि कानून वापसी की मांग को लेकर 27 को दरभंगा बंद
तीनों कृषि कानून व बिजली बिल 2020 को वापस लेने, मंहगाई पर रोक लगाने, बढ़ती बेरोजगारी पर लगाम लगाने, मजदूर विरोधी 4 लेबर कोड को वापस लेने, रेल-सेल सहित देश बेचने का मोदी सरकार के नीतियों के खिलाफ सयुंक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 27 सितंबर 2021 के भारत बंद को सफल बनाने को लेकर सयुंक्त जन संगठन मंच तत्वाधान में लहेरियासराय पोलो मैदान में जन कन्वेंशन का आयोजन किया गया। जन कन्वेंशन की अध्यक्षता किसान सभा के राजीव चौधरी, किसान महासभा के धर्मेश यादव और बिहार राज्य किसान काउंसिल के रामसागर पासवान की तीन सदस्यीय अध्यक्ष मंडल ने किया। जन कन्वेंशन का उदघाटन करते हुए बिहार राज्य किसान सभा के राज्य अध्यक्ष ललन चौधरी ने कहा कि देश के किसान मोदी तानाशाही से पूरी ताकत से लोहा ले रहा हैं। मोदी सरकार ने काले मंसूबों से किसानों के नाम पर अडानी-अंबानी को खेती सौपने के उद्देश्य से लाये गए तीनों कृषि कानून को देश का किसान समझ चुका हैं और इसको रद्द किए बगैर किसान पीछे हटने वाले नहीं हैं। किसान महासभा के नेता बैद्यनाथ यादव ने कहा कि 300 दिनों से और 605 किसानों शहादत के बाद भी किसान आंदोलन के धैर्य व संकल्प को हम सलाम करते हैं। और 27 सितंबर के भारत बंद में केवल किसान ही नहीं मजदूर, छात्र-नौजवान- महिलाएं भी पूरी ताकत से उतरेंगे और बन्द ऐतिहासिक बन्द होगा। किसान सभा के पूर्व जिलाध्यक्ष अहमद अली तम्मने ने कहा कि भारत बंद में दरभंगा में भी पूरी ताकत सफल करवाया जायेगा। भारत बंद में बाढ़- जल- जमाव की मार झेल रहा उत्तर भारत के किसानों का अहम सवाल भी इस बन्द में मजबूती से उठेगा। बिहार राज्य किसान सभा के श्याम भारती ने कहा कि नीतीश सरकार ने 2006 में बाजार समिति को बंद करके किसानों की रीढ़ तोड़ चुकी हैं। और देश मे चल रहे किसान आंदोलन से बिहार के किसानों को भी ऊर्जा मिला हैं और बाजार समिति बंदी को वापस लेने के लिए नीतीश सरकार को मजबूर होना पड़ेगा। जन कन्वेंशन को किसान महासभा के अभिषेक कुमार ने कहा कि बाढ़- जल जमाव की तबाही झेल रहे किसान-बताईदार पूरी ऊर्जा से 27 सितंबर के भारत बंद में उतरकर मोदी-नीतीश को अल्टीमेटम देंगे कि सरकार की उल्टी शुरू हो चुका हैं। किसान सभा के जिलाध्यक्ष राजीव चौधरी ने कहा कि हनुमान नगर- बहादुरपुर का पश्चिमी इलाके जो वाटरलौगिंग का दंश झेल रहा हैं इस सवाल को लेकर निर्णायक आंदोलन खड़ा किया जायेगा। जन कंवेंशन को किसान सभा के विश्वनाथ मिश्रा, ए आई एस एफ के जिला सचिव शरद सिंह, शशिरंजन प्रसाद सिंह, ए आई वाई एफ के राजू मिश्रा, पैक्स अध्यक्ष पंकज कुमार चौधरी, अधिवक्ता मानस सिंह, आइसा के प्रिंस कुमार कर्ण, एक्टू के उमेश प्रसाद साह, रामनारायण पासवान” भोलाजी, इनौस के गजेंद्र नारायण शर्मा, केशरी यादव, रसोईया संघ के पप्पू पासवान, मनरेगा मजदूर सभा के विनोद सिंह, एआईपीएफ के भूषण मंडल, किसान महासभा के शिवन यादव, खेग्रामस के हरि पासवान, देवेंद्र कुमार, दलित शोषण मुक्ति मंच के जिलाध्यक्ष रामप्रीत राम, खेतिहर मजदूर यूनियन के जिला मंत्री दिलीप भगत, सीटू नेता दिनेश झा, जनौस के गोपाल ठाकुर, वयोबृद्ध नेता रामकेवल ठाकुर, सुबोध चौधरी, पूर्व छात्र नेता सरफे आलम, लाल बाबू सहनी, कर्मचारी नेता फूल कुमार झा, एपवा के जिलाध्यक्ष साधना शर्मा आदि ने सम्बोधित किया।