सीपीआई के वरिष्ठ नेता विमल कांत चौधरी के निधन पर विद्यापति सेवा संस्थान शोक जताया
सीपीआई के वरिष्ठ नेता कामरेड विमल कांत चौधरी के निधन पर विद्यापति सेवा संस्थान ने बुधवार को शोक जताया। संस्थान के महासचिव डॉ बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने उनके पार्थिव शरीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते कहा कि वे आजीवन मिथिला के विकास के लिये संघर्षरत रहे। बिजली ,बाढ़, सुखाड़़, बड़ी रेल लाइन सहित मिथिला के विकास से जुड़े अनेक मुद्दों को लेकर अपने संघर्ष के कारण वे मिथिला के जन-जन की यादों में हमेशा जीवंत बने रहेंगे।
पूर्व विधान पार्षद प्रो दिलीप कुमार चौधरी ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते कहा कि कामरेड विमल कांत चौधरी जी का देहावसान अत्यंत दुःखद है। वे समूचे बिहार के लोकप्रिय एवं सम्मानीय जननेता थे। उनका निधन एक अपूरणीय क्षति है। मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पं कमला कांत झा ने उन्हें मिथिला मैथिली के विकास के लिए सतत चिंतनशील रहने वाला हितचिंतक बताया। प्रो जीवकांत मिश्र ने कहा कि मिथिला के विकास आन्दोलन में निभाई अपनी भूमिका के लिए वे सदा अमर रहेंगे। गंगा प्रसाद झा ने दिवंगत पुण्यात्मा को एक नेक इंसान, कुशल सामाजिक कार्यकर्ता, मिलनसार स्वभाव का इमानदार नेता और मिथिला मैथिली के विकास का समर्पित हितैषी बताया।
वरिष्ठ साहित्यकार मणिकांत झा ने उन्हें मिथिला मैथिली के विकास का समर्पित समाजसेवी बताया। मीडिया संयोजक प्रवीण कुमार झा ने उन्हें रचनात्मक आन्दोलन के रास्ते विकास साधने वाला एक मजबूत स्तंभ बताया। उनके प्रति शोक जताने वाले अन्य लोगों में डा महेंद्र नारायण राम, हरिश्चन्द्र हरित, राम कुमार झा, नारायण जी झा, प्रो विजय कांत झा, डॉ गणेश कांत झा, विनोद कुमार झा, प्रो चन्द्र शेखर झा बूढाभाई, महानंद ठाकुर, दुर्गानन्द झा, आशीष चौधरी आदि शामिल थे।