लोगों को खूब भा रही ‘सखी संग लेकर चली जानकी…’
पुष्प वाटिका प्रसंग पर केंद्रित गीत पर मिथिला की बेटी सोनी, टीया व श्रेया ने दी है भावपूर्ण प्रस्तुति
नारी शक्ति के प्रतीक के रूप में आदर्श की प्रतिमूर्ति सीता के जीवन से जुड़े प्रसंगों ने मिथिला के बाहर के लोगों को भी काफी आकर्षित किया है। खासकर राम की जन्मभूमि के लोग भी बिना सीता के राम के प्रभुत्व को अधूरा मानते हैं। यही कारण है कि अभी हाल ही में उत्तरप्रदेश के स्वनामधन्य छंद सम्राट पंकज त्रिपाठी ने सीता स्वयंवर के प्रसंग पर ‘जयमाल हाथ में लिए हर्षित हुई सिया…’ की भावपूर्ण रचना के बाद पुष्प वाटिका प्रसंग पर केंद्रित ‘सखी संग लेकर चली जानकी…’ की रचना कर जानकी नवमी से ठीक पहले लोगों का ध्यान एक बार फिर इस ओर खींचने का काम किया है कि सीता की प्रसिद्धि सिर्फ मिथिला भर में ही नहीं सिमटी है। वहीं अपनी अनुपम गायकी से अंतरराष्ट्रीय मंच पर खास पहचान बनाने वाली मिथिला की बेटी सोनी चौधरी ने अपने नये अलबम ‘सखी संग लेकर चली जानकी…’ में इस रचना की बेहतरीन प्रस्तुत के साथ मिथिला के पाम्परिक गीतों की शृंखला में एक अमिट छाप छोड़ी है।
इस गीत पर मनोहरी भाव नृत्य से सृष्टि फाउंडेशन की छात्रा टीया रानी और श्रेया झा की जोड़ी खूब वाहवाही लूट रही है। छंद सम्राट पंकज त्रिपाठी की रचना को बबलू पाठक ने संगीत से सजाया है। जबकि सोनू पाठक के संगीत निर्देशन और सृष्टि फाउंडेशन के संस्थापक एवं वरिष्ठ ओडिशी नर्तक जयप्रकाश पाठक के नृत्य निर्देशन में इस गीत को सोनी चौधरी और धनिक लाल मंडल ने अपनी दमदार मधुर आवाज दे कर चार चांद लगाया है। सोनी चौधरी इंटरटेनमेंट चैनल पर जानकी नवमी के अवसर पर रीलीज़ पुष्प वाटिका प्रसंग पर आधारित इस गीत को सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर लोग काफी पसंद कर रहे हैं।