सी एम कॉलेज में ‘आपदा न्यूनिकरण हेतु नागरिक सशक्तिकरण’ विषयक व्याख्यान का आयोजन
प्रत्येक व्यक्ति को आपदा की जानकारी
तथा उसके प्रति सतर्क होना आवश्यक-कमलेश प्रसाद
आपदा के प्रति हमें संवेदनशील होना चाहिए। प्राकृतिक एवं मानवीय आपदाओं के प्रति प्रायः आम लोग उदासीन होते हैं,जो अधिक बर्बादी का कारण बन जाता है।आज घरों में न तो फस्ट एड बॉक्स है,न ही उसकी जानकारी अथवा उसका प्रशिक्षण ही लोगों को है।
हमें आपदा की सही व पूर्ण जानकारी तथा अति सतर्क होना आवश्यक है, तभी हम जन-धन की हानि को कम कर सकते हैं।उक्त बातें स्थानीय सी एम कॉलेज के स्नातकोत्तर अर्थशास्त्र विभाग के तत्वावधान में महाविद्यालय के सेमिनार हॉल में आयोजित आपदा न्यूनीकरण हेतु नागरिक सशक्तिकरण विषयक व्याख्यान में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए भारतीय पुलिस सेवा के अवकाश प्राप्त आईपीएस कमलेंद्र प्रसाद ने कहा।उन्होंने बताया कि भारत की करीब 59% भूमि भूकंप तथा 68% भूमि बाढ़ प्रभावित है।आपदा के समय परिवार,पड़ोसी,सिविल पुलिस,सेना तथा स्वयंसेवकों व अन्य राहत एजेंसियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है,जिनमें तालमेल रहना आवश्यक है।इस अवसर पर उनकी धर्मपत्नी व दयाल सिंह कॉलेज,दिल्ली के राजनीति विज्ञान विभाग से अवकाश प्राप्त प्राध्यापिका डॉ पूनम प्रसाद तथा महाविद्यालय के अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ अवनि रंजन सिंह मंचस्थ थे।
अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रधानाचार्य डॉ मुश्ताक अहमद ने कहा कि व्याख्यान का विषय सामाजिक एवं ज्वलंत है,जिनपर हर व्यक्ति को चिंतन व मनन करने की जरुरत है।हम लोग आपदा प्रभावित कोशीक्षेत्र में रहते हैं,फिर भी यहां न तो कोई विशेष आपदा शोध-केंद्र या प्रशिक्षण केन्द्र की सुविधा ही उपलब्ध है। अतः आपदा से बचने के लिए हम सबको आपदा-प्रबंधन के उपायों को जाना और उसे अपनाना आवश्यक है।
इस अवसर पर सम्मानित अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय समाजविज्ञान के संकायाध्यक्ष प्रो अनिल कुमार झा ने बताया कि मेरे मित्र कमलेंद्र प्रसाद बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्ति रहे हैं। ये शैक्षणिक एवं सामाजिक कार्य में गहरी रुची रखते हैं। इस अवसर पर प्रो इंद्रिरा झा, प्रो मंजू राय, प्रो नथुनी यादव,प्रो सी एस मिश्रा, डॉ आर एन चौरसिया,प्रो गिरीश कुमार,प्रो शिप्रा सिंहा,प्रो रमण बिहारी लाल,प्रो विकाश कुमार,प्रो राजानंद झा,डॉ मो अशदुल्ला,डॉ आलोक रंजन,डॉ सुधांशु कुमार,डॉ तनिमा कुमारी,डॉ मयंक श्रीवास्तव,प्रो ललित कुमार,डा एकता श्रीवास्तव, डॉ मीनू कुमारी,डॉ रुद्रकांत अमर,डॉ नरेंद्र झा,प्रो एहतेशामुद्दीन,डॉ जफर आलम,डॉ जिया हैदर,डॉ पी के चौधरी,प्रो अखिलेश राठौर,डॉ प्रीति कनोडिया,प्रो रागिनी रंजन,डॉ संजीत कुमार झा,डॉ अनुपम कुमार सिंह,डॉ उपेंद्र झा,प्रो दिव्या झा,डॉ विजयसेन पांडे,प्रो अमृत कुमार झा,बिपीन कुमार सिंह,रवि कुमार,नीरज कुमार तथा अमरजीत कुमार सहित 100 से अधिक छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन प्रो यादवेंद्र सिंह तथा धन्यवाद ज्ञापन डा रीना कुमारी ने किया।