नीट परीक्षा पुनः आयोजित कराने तथा एनटीए को भंग करने के सवाल पर आइसा का राज्यव्यापी छात्र हड़ताल सफल रहा.
नीट की परीक्षा दोबारा आयोजित कराने के लिए आइसा ने किया प्रतिवाद मार्च
नीट की धांधली रहित परीक्षा आयोजित करवा के ही लाखों बच्चों के भविष्य के साथ न्याय किया जा सकता है!– मयंक कुमार
दरभंगा।
मेडिकल एडमिशन टेस्ट नीट की परीक्षा दोबारा आयोजित करवाने के लिए आइसा के राज्यव्यापी छात्र हड़ताल अभियान के अन्तर्गत आइसा जिला इकाई ने दोनार चौक से नाका पांच तक प्रतिवाद मार्च किया।
मार्च से केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग तथा नीट परीक्षा को फिर से आयोजित कराने के लिए जमकर नारेबाजी हुई।
नाका पांच पर छात्रों–युवाओं को संबोधित करते हुए आइसा जिला सचिव मयंक कुमार ने कहा कि मोदी सरकार देश की प्रतिभाओं को निरंतर कुचलने का काम कर रही है। नीट परीक्षा पेपर लीक के प्रश्न पर केंद्र सरकार का निठल्लापन बच्चों के भविष्य के साथ क्रूरता है। हम यह साफ कर देना चाहते हैं कि नीट की धांधली रहित परीक्षा आयोजित करवा कर ही परीक्षार्थियों के भविष्य के साथ न्याय किया जा सकता है। एक पूरी पीढ़ी को बर्बाद करने के लिए जिम्मेदार एनटीए जैसी संस्था को तत्काल प्रभाव से भंग किया जाए। नीट के सवाल पर आंदोलनरत छात्रों का दमन करके यह सरकार अपनी नाकामियां छुपा नहीं सकती है!
वहीं जिलाध्यक्ष शम्स तबरेज ने कहा कि सरकार समाज को मुन्ना भाई जैसे डॉक्टर देना चाहती है? मोदी सरकार ने पिछले एक दशक में शिक्षा व्यवस्था को चौपट कर दिया है। यदि शिक्षा मंत्री में थोड़ी भी नैतिकता बची हो तो वे त्याग दें! पेपर लीक के षड्यंत्र में शामिल सभी दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
मौके पर सुभाष कुमार, मो. पीटर, दीपक, बिपिन कुमार,रंजीत, गोलू कुमार, ऋतिक, सचिन सहित बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति रही।