गर्भवती महिलाओं को अब नहीं किया जाएगा रेफर: सिविल सर्जन
● सदर अस्पताल में हुआ सिजेरियन प्रसव
• आशा एवं आशा फैसिलिटेटर सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए गर्भवतियों के घरों का करती हैं दौरा
• जटिल प्रसव वाली महिलाओं को अस्पताल में मिलती है समुचित देखभाल
कोरोना संक्रमण के ख़िलाफ़ आज पूरा विश्व जंग लड़ रहा है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण से जिला भी अछूता नहीं है. संक्रमण के बढ़ते प्रसार ने जहाँ सरकार के लिए चुनौतियाँ खड़ी की है, वहीँ इसके कारण मातृत्व स्वास्थ्य सेवाएं भी बाधित हुयी है. गर्भवती माताओं को दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं की नियमितता काफ़ी जरुरी है ताकि जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ रह सके.
इसी कड़ी में मंगलवार को सदर अस्पताल में रामपुर कमलेश्वर गांव की महिला बबिता का सिजेरियन प्रसव हुआ। विदित हो कि सदर अस्पताल में डॉ.एन प्रसाद के अवकाश प्राप्त के बाद सिजेरियन प्रसव नहीं हो पा रहा था, परंतु सिविल सर्जन डॉक्टर सुनील कुमार झा के अथक प्रयास से इसे पुनः चालू किया गया।सिविल सर्जन ने कहा कि अब नॉर्मल सिजेरियन प्रसव सदर अस्पताल में ही होगा। विदित हो कि वर्तमान में सदर अस्पताल में 4 स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉक्टर खुशबू, डॉ. प्रवृत्ति मिश्रा, डॉ. आकांक्षा एवं फातमा नसरीन पदस्थापित हैं।
टीम में ये थे मौजूद
डॉक्टर खुशबू, डॉ. प्रवृत्ति मिश्रा, एनेसथेटिक शैलेंद्र कुमार एवं 1 ग्रेड नर्स उपस्थित थी।
सिविल सर्जन डॉक्टर सुनील कुमार झा ने बताया प्रसव पूर्व जाँच, उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाएं, गर्भावस्था के दौरान दी जाने वाली जरुरी दवाएं एवं गर्भवती महिलाओं की लाइन लिस्टिंग जैसे अन्य जरुरी मातृव स्वास्थ्य सेवाओं को कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पहले की तरह दिया जाता है.
गर्भवती महिला एवं उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व जाँच के लिए एम्बुलेंस:
गर्भवती महिलाओं को घर से अस्पताल लाने एवं उन्हें वापस घर पहुँचाने के लिए 102 नंबर की एम्बुलेंस दिया जाता है. साथ ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं रेफ़रल अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पताल में प्रसूति को सभी जरुरी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाती है. एवं उच्च जोखिम गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में प्रसव पूर्व जाँच की सुविधा प्राप्त हो. साथ ही उनके लिए एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है. कोविड-19 प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए अस्पताल में आने वाली सभी गर्भवती महिलाओं को नियमित प्रसव पूर्व जाँच की सुविधा प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं. सभी गर्भवती माताओं को दूसरे तिमाही से 180 आयरन की गोली, 360 कैल्शियम की गोली एवं कृमि से बचाव के लिए 1 एल्बेन्डाजोल की गोली भी दी जाती है.
आशा एवं आशा फैसिलिटेटर द्वारा गृह भ्रमण:
केयर इंडिया के डीटीएल महेंद्र सिंह बताते हैं, की आशा एवं आशा फैसिलिटेटर कोविड-19 में उत्पन्न विषम स्थितियों में भी गर्भवती महिलाओं के घरों का दौरा कर रही हैं. जिन महिलाओं की संभावित प्रसव दिन नजदीक हैं, उनके घरों का दौरा कर आशा एवं आशा फैसिलिटेटर सामाजिक दूरी एवं अन्य कोविड-19 बचाव प्रोटोकॉल का पालन करते हुए गृह भ्रमण कर चिन्हित गर्भवती महिलाओं को संस्थागत प्रसव के लिए गर्भवती को जागरूक कर रहीं हैं.
जटिल प्रसव वाली महिलाओं को मिलती है स्वास्थ्य सेवा:
जटिल प्रसव वाली महिलाओं को (जैसे सीवियर एनीमिया, गर्भावस्था के दौरान मधुमेह) को एस्टीमेटेड डेलिवरी डेट के पूर्व से अस्पताल लाकर उनकी उचित देखभाल की जाती है. जबकि सामान्य गर्भवती महिलाओं को आशा की सहायता से एएनएम द्वाराफ़ोन पर संपर्क स्थापित कर उन्हें ससमय स्वास्थ्य संस्थान पर लाकर संस्थागत प्रसव कराए जाते हैं।