कोरोना जांच में आयेगी तेजी, जिले को 13580 वीटीएम किट आवंटित
•प्रतिदिन 500 मरीजों होगी जांच
•प्रत्येक पीएचसी को प्रतिदिन 25 मरीजों की जांच करने के दिए निर्देश
मधुबनी, कोविड-19 की बढ़ती रफ्तार को कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सजग हैं। इसको लेकर कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को रोकने की हर संभव कोशिश की जा रही है। इसके लिए सरकार से लेकर स्वास्थ विभाग पूरी जिम्मेदारी के साथ दिन-रात एक कर अपने कार्य में जुटे हुए हैं एवं हर रोज नई-नई रूप रेखा तैयार कर रहे हैं। इसी कड़ी में इस बार सरकार एवं विभाग द्वारा कोरोना जाँच में तेजी लाने के उद्देश्य से पीएचसी स्तर पर कोरोना टेस्ट की योजना तैयार की गई है एवं मरीजों का सैंपल जाँच में किसी प्रकार की बाधाएं नहीं हो, इसके लिए सरकार द्वारा वीटीएम किट जिला स्वास्थ समिति को उपलब्ध कराया गया है। जिले में संचालित सभी अस्पतालों में जाँच की सुविधाएं चालू कराने के लिए 13580 वीटीएम किट आवंटित हुआ है। जिसमें सभी जगहों पर नियमानुसार एवं सरकार के गाइलाइन के अनुसार वितरित करने को कहा गया है ताकि सैंपल संग्रह में किसी तरह की परेशानियाँ उत्पन्न नहीं हो।
सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया संक्रमित की जांच में तेजी लाने के लिए हर रोज इस गतिविधि के द्वारा 500 मरीजों की जाँच की जाएगी । यह जाँच योग्य चिकित्सकों के नेतृत्व में लैब टेक्नीशियन के द्वारा किया जाएगा. साथ ही जाँच में आये मरीजों को जागरूक भी करेंगे। उन्होने बताया इस सुविधा से मरीजों की जाँच में राहत मिलेगी। अब मरीजों को जाँच के लिए अस्पतालों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। प्राथमिकता के आधार पर किट से जाँच की जाएगी. वीटीएम किट खपत की रिपोर्ट प्रतिदिन राज्य स्वास्थ समिति को देना होगा।
कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल संग्रह की बढ़ेगी रफ्तार:
राज्य स्वास्थ्य समिति ने पत्र के माध्यम से कहा है कि एक दिन में जो भी वीटीएम की खपत है।उसका सामुहिक रूप से प्रतिदिन राज्य स्वास्थ समिति को रिपोर्ट उपलब्ध कराना है, ताकि पुनः ससमय वीटीएम उपलब्ध कराई जा सके। वीटीएम के अभाव में अब कोरोना टेस्ट को लेकर सैंपल संग्रह के कार्य में बाँधाऐ उत्पन्न नहीं होगी। इसको लेकर सरकार ने सभी अस्पतालों एवं मेडिकल काॅलेजों को पर्याप्त मात्रा वीटीएम किट उपलब्ध कराया है।दरअसल आए दिन वीटीएम के अभाव सैंपल संग्रह का कार्य बाधित हो जाता था।इस कारण मरीजों को भारी परेशानियाँ का सामना करना पड़ता था। किन्तु अब मरीजों को उक्त समस्या नहीं जूझना पड़ेगा। सरकार ने भी उक्त समस्याऐ को देखते हुए यह प्लान तैयार की है। इससे सैंपल संग्रह की रफ्तार तेज होगी एवं लोगों को अस्पतालों की दौर नहीं लगानी पड़ेगी। ना ही किसी प्रकार की परेशानी होगी।
प्रत्येक पीएचसी को प्रतिदिन 25 मरीजों की जांच करने के दिए निर्देश: सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया कि प्रत्येक पीएचसी को प्रतिदिन 25 जांच करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सभी पीएचसी को पर्याप्त मात्रा में वीटीएम किट उपलब्ध करा दिया गया है।