साधन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा का उद्घाटन, आज दिनांक 16.09.20 को सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ संजीव कुमार सिन्हा के द्वारा एमसीएच दरभंगा में किया गया । इस कार्यक्रम में एसीएमओ डॉक्टर अनिल कुमार, डीआईओ डॉक्टर एके मिश्रा, सीडीओ डॉक्टर सुरेंद्र चौधरी, डॉक्टर गंगा नाथ झा, डीपीएम बिशाल सिंह, डीसीएम संजय कुमार, एस एम सी यूनिसेफ शशि कान्त सिंह, ओंकार चन्द्र, BHM रेवती रमण, कमल किशोर दास, संजय कुमार आदि उपस्थित थे । उद्घाटन सत्र स्थल पर उपस्थित लगभग 20 से 25 माताओं को ओआरएस बनाने की विधि एवं जिंक के उपयोग के महत्व पर डॉ एके मिश्रा, एसएमसी यूनिसेफ शशि कान्त सिंह, के द्वारा बताया गया । एसीएमओ डॉक्टर अनिल कुमार के द्वारा हाथों की सफाई का तरीका बताया गया, आज के उद्घाटन समारोह मे 10 माह का बच्चा जो हल्का डायरिया से ग्रसित बच्चा आया था उसे ओआरएस एवं जिंक का टेबलेट दिया गया एवं कैसे उपयोग करना है बताया गया ।आयोजन में उपस्थित सभी बच्चों के माताओं को ओआरएस का पैकेट दिया गया । यह कार्यक्रम दिनांक 16.09.20 से 29.09.20 तक चलाया जाएगा। इस कार्यक्रम हेतू सभी एएनएम को स्वास्थ्य उपकेंद्र क्षेत्र में बैठक कर लोगों को डायरिया से बचाव एवं इलाज के तरीके पर विस्तार से बताएंगी । इसके लिए प्रखंड स्तर पर होर्डिग्स एवं बैनर पोस्टर के माध्यम से प्रचार प्रसार किया गया है ।इस कार्यक्रम के तहत आशा आंगनबाड़ी सभी अपने क्षेत्र के घरों का भ्रमण करेंगे एवं 5 वर्ष से कम उम्र वाले बच्चों के माताओं को ओआरएस बनाने की विधि एवं जिंन घरों में डायरिया ग्रसित बच्चे पाए जाते हैं उनके माताओं को ओआरएस का पैकेट एवं जिंक का टेबलेट उपलब्ध कराएंगे । अगर किसी बच्चे को डायरिया के खतरनाक लक्षण मिलते हैं एवं अति कुपोषित बच्चे मिलते हैं वैसे बच्चों को ओआरएस कॉर्नर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पोषण पुर्नवास केंद्र पर इलाज हेतु रेफर करेंगे । इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश है आज जो डायरिया से बच्चे की मृत्यु होती है वह 2025 तक शून्य हो जाए । इस कार्यक्रम में सभी एएनएम, आशा एवं आंगनबाड़ी को प्रशिक्षण दिया गया है एवं मेडिकल ऑफिसर को निरिक्षण मे लगाया गया है। सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि सभी स्वास्थ पदाधिकारी को पर्यवेक्षण हेतु प्रखंड आवंटित कर दिया गया है एवं जिला स्तरीय संध्या कालिन समिक्षात्मक बैठक में भाग लेने के लिए निर्देशित किया गया है । डी आई ओ द्वारा बताया गया कि इस कार्यक्रम हेतु अति संवेदनशील, घुमन्तु परिवार, बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र, निर्माण स्थलों पर रहने वाले परिवारों को चिन्हित कर लिया गया है एवं मोबाइल दल द्वारा उन क्षेत्रों को आच्छादित करने को बताया गया है । बरसात एवं बाढ़ की स्थिति को देखते हुए कार्यक्रम को अच्छे तरीके से कराना सुनिश्चित करे ताकि इस जिला में डायरिया से एक भी बच्चे का मृत्यु नहीं हो। साथ ही प्रचार प्रसार हेतू प्रचार रथ को हरी झंडी दिखाकर सिविल सर्जन द्वारा रवाना किया गया। यह रथ लगातार चौदह दिनों तक सभी प्रखंडो मे सघन दस्त नियंत्रण पखवारा का प्रचार प्रसार करेगी ।
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