नीलाम्बर मिश्र के निधन पर विद्यापति सेवा संस्थान ने जताया शोक
सौराठ केनीलाम्बर मिश्र के निधन पर विद्यापति सेवा संस्थान ने जताया शोक
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सौराठ के पूर्व मुखिया एवं मिथिला के प्रखर गांधीवादी नेता नीलाम्बर मिश्र के निधन पर विद्यापति सेवा संस्थान ने मंगलवार को शोक जताया। संस्थान की ओर से शोक संवेदना व्यक्त करते हुए महासचिव डॉ बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने उनके निधन को मिथिला के लिए अपूर्णीय क्षति बताते कहा कि इनके निधन से हमने मिथिला के विकास के लिए सतत चिंतनशील रहने वाले गांधीवादी समाजसेवी को खो दिया।
मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पं कमला कांत झा ने मिथिला एवं मैथिली के विकास में इनके अवदान को सराहनीय एवं अनुकरणीय बताते कहा कि अपने कृतित्व एवं व्यक्तित्व में वे हमेशा जीवंत बने रहेंगे।
संस्थान के सचिव प्रो जीवकांत मिश्र ने कहा कि अपने मिलनसार स्वभाव के कारण ये आम लोगों में काफी लोकप्रिय थे। वरिष्ठ साहित्यकार मणिकांत झा ने कहा कि उनके निधन से जनता की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहने वाला व्यक्ति हमसे हमेशा के लिए जुदा हो गया।
मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान के संस्थापक पं अजय नाथ झा शास्त्री ने उन्हें मिथिला, मैथिली और मिथिलाक्षर का हितचिंतक बताते हुए मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान की स्थापना में दिए उनके योगदान को अविस्मरणीय बताया। मीडिया संयोजक प्रवीण कुमार झा ने उन्हें गांधी के शांति और अहिंसा के सिद्धांतों पर चलने वाला समाजसेवी बताया। शोक संवेदना व्यक्त करने वाले अन्य लोगों में प्रो विजय कांत झा, विनोद कुमार झा, डॉ उदय कांत मिश्र, डॉ गणेश कांत झा, प्रो चन्द्र शेखर झा बूढाभाई, आशीष चौधरी आदि शामिल हैं। पूर्व मुखिया एवं मिथिला के प्रखर गांधीवादी नेता नीलाम्बर मिश्र के निधन पर विद्यापति सेवा संस्थान ने मंगलवार को शोक जताया। संस्थान की ओर से शोक संवेदना व्यक्त करते हुए महासचिव डॉ बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने उनके निधन को मिथिला के लिए अपूर्णीय क्षति बताते कहा कि इनके निधन से हमने मिथिला के विकास के लिए सतत चिंतनशील रहने वाले गांधीवादी समाजसेवी को खो दिया।
मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पं कमला कांत झा ने मिथिला एवं मैथिली के विकास में इनके अवदान को सराहनीय एवं अनुकरणीय बताते कहा कि अपने कृतित्व एवं व्यक्तित्व में वे हमेशा जीवंत बने रहेंगे।
संस्थान के सचिव प्रो जीवकांत मिश्र ने कहा कि अपने मिलनसार स्वभाव के कारण ये आम लोगों में काफी लोकप्रिय थे। वरिष्ठ साहित्यकार मणिकांत झा ने कहा कि उनके निधन से जनता की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहने वाला व्यक्ति हमसे हमेशा के लिए जुदा हो गया।
मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान के संस्थापक पं अजय नाथ झा शास्त्री ने उन्हें मिथिला, मैथिली और मिथिलाक्षर का हितचिंतक बताते हुए मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान की स्थापना में दिए उनके योगदान को अविस्मरणीय बताया। मीडिया संयोजक प्रवीण कुमार झा ने उन्हें गांधी के शांति और अहिंसा के सिद्धांतों पर चलने वाला समाजसेवी बताया। शोक संवेदना व्यक्त करने वाले अन्य लोगों में प्रो विजय कांत झा, विनोद कुमार झा, डॉ उदय कांत मिश्र, डॉ गणेश कांत झा, प्रो चन्द्र शेखर झा बूढाभाई, आशीष चौधरी आदि शामिल हैं।