राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा ने शनिवार को ऐलान किया कि यदि बिहार में उनके गठबंधन ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट (जीडीएसएफ) की सरकार बनती है तो वह चार डिप्टी सीएम बनाएंगे। इसमें एक दलित, एक अतिपिछड़ा, एक अल्पसंख्यक और एक स्वर्ण समाज होगा। चारों में एक डिप्टी सीएम अनिवार्य रूप से महिला होंगी।
उपेन्द्र कुशवाहा ने बिहार की बदहाली के लिए नीतीश कुमार को भी जिम्मेदार ठहराया और उनपर जमकर प्रहार किए। उन्होंने कहा कि बिहार में जब 15 साल लालू-राबड़ी की सरकार थी तब कोई काम नहीं हुआ। नीतीश कुमार की सरकार में भी हालात जस के तस रही 15 साल पहले या 15 साल बाद इन लोगों ने बिहार के गरीबों, मजदूरों, दलितों, अल्पसंख्यकों के लिए कुछ नहीं किया। सिर्फ वोट लिए लेकिन उनके साथ न्याय नहीं किया। सत्ता में उचित भागीदारी भी नहीं दी। यहां तक कि स्वर्ण समाज के साथ भी न्याय नहीं किया। कोई गरीब ब्राह्मण उनके साथ नहीं बैठ सकता। उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि उनका गठबंधन गरीबों, मजदूरों और बिहार के लोगों का वोट पाकर यदि सत्ता में आता हु तो अपनी ताकत का इस्तेमाल सभी वर्गों की भलाई में करूंगा।
उन्होंने बिहार में बदहाल शिक्षा और चिकित्सा व्यवस्था का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि जब केद्रीय विद्यालय और एम्स जैसे सरकारी संस्थानों में अच्छी पढ़ाई और दवाई हो सकती है। तो फिर बिहार के सरकारी स्कूलों और अस्पतालों में क्यों नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आई तो सरकारी स्कूलों और अस्पतालों की व्यवस्था को ठीक किया जाएगा। पलायन का मुद्दा उठाते हुए उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि आज भी बिहार के लोग देश के हर प्रदेश में छोटा-मोटा काम करते मिलते हैं। बिहार में रोजगार के साधन पैदा किए जाएंगे ताकि प्रदेश से रोजी-रोजगार के लिए किसी को पलायन नहीं करना पड़े। उन्होंने कहा कि बहुत मजबूरी में ही कोई घर छोड़ता है। इस मजबूरी को खत्म किया जाएगा। बच्चों की पढ़ाई और बिहार की जनता के इलाज की व्यवस्था ठीक की जाएगी ताकि किसी को भटकना न पड़े।