टीकाकरण महाभियान की सफलता को लेकर सुबह ही लोगों के दरवाजा खटखटाने लगे जीविका के नीरज
– नीरज व उनके सहयोगियों की मेहनत से केवटी प्रखंड में सर्वाधिक लोगों ने लिया टीका
•’टीका लेना है, कोरोना को भगाना है’ स्लोगन पर काम करते हुए नीरज को ग्रामीणों का मिला पूरा सहयोग
•केवटी प्रखंड ने दरभंगा ज़िला में सर्वाधिक 8811 लोगों को वैक्सीन देने का बनाया रिकॉर्ड
दरभंगा टीकाकरण महाभियान के तहत जिला में मंगलवार को सर्वाधिक केवटी प्रखंड में 88 सौ से अधिक लोगों का टीकाकरण किया गया। कार्यक्रम के सफल कार्यान्वयन को लेकर जीविका के नीरज कुमार ने सुबह से ही लोगों को केंद्र पर पहुंचकर कोरोना वायरस से रक्षा के लिए वैक्सीन लेने की अपील की । सुबह 7:00 बजे टीकाकरण अभियान शुरू होना था, उससे पहले नीरज कार्यस्थल पर पहुंच गए। अधिक से अधिक लोगों को टीका देने के लिए आसपास के लोगों से बातचीत करनी शुरू कर दी। वैसे महा अभियान से पूर्व भी नीरज ने वैक्सीनेशन अभियान में केवटी प्रखंड के लोगों की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए लगातार जागरूकता अभियान चलाया। इसका आशातीत परिणाम सामने आया। सबसे अधिक टीकाकरण केवटी प्रखंड में संभव हो सका। महाभियान को सफल करने में नीरज का महत्वपूर्ण योगदान है। इसकी चर्चा स्वास्थ्य कर्मी से लेकर आम ग्रामीण कर रहे हैं। इसमें उनका आशा, एएनएम, शिक्षक एवं स्थानीय बुद्धिजीवी ने पूरा साथ दिया। लिहाजा पूरे जिला में सर्वाधिक टीकाकरण का रिकॉर्ड केवटी प्रखंड ने हासिल किया।
टीकाकरण से पूर्व ग्रामीणों को जगाने के लिए अहले सुबह ही दरवाजा खटखटा गया:
सरकार की ओर से चलाए जाने वाला महाटीकाकरण अभियान को सफल करने के लिए जीविका के नीरज ने एड़ी चोटी एक कर दी। टीका लेने के लिए लोगों को जगाने के लिए घरों में जाकर दरवाजा खटखटाना शुरू कर दिया। इस प्रकार महाअभियान के तहत टीका लेने के लिए सुबह से ही लोगों की भीड़ विभिन्न सत्र स्थलों पर जुट गई। पर्व- त्यौहार की भांति महाभियान में सभी लोग टीकाकरण केंद्रों पर एक साथ हो गए। सुबह-सुबह विभिन्न परिधान पहनकर लोग निकट के सत्र स्थलों पर पहुंचने लगे। सात बजे के बाद टीका केंद्रों पर लोगों की लंबी कतार लग गई। ग्रामीणों ने इसका श्रेय जीविका के नीरज को दिया। सभी ग्रामीण टीका लेने के बाद नीरज की प्रशंसा करते हुए अपने घरों की ओर निकल गए। रंग-बिरंगे परिधानों में टीकाकरण के लिए घर से निकले लोग बड़ा ही सुंदर दृश्य प्रस्तुत कर रहे थे। वहीं सत्र स्थलों पर लोगों की लंबी कतार टीकाकरण अभियान की सफलता को दर्शा रही थी ।
वैक्सीनेशन अभियान में निभाया सामाजिक दायित्व:
नीरज ने बताया कोरोना की दूसरे लहर में कई लोगों की जान चली गई। टीवी पर उस कारुणिक दृश्य को देखकर मन ही मन वायरस से सुरक्षा के लिए लोगों की मदद करने की बात मन में आई। टीकाकरण कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग में सहयोग करने की जिम्मेदारी मिली। इसको पूरा करने के लिए मन में ठानी। सामाजिक दायित्व निभाने के क्रम में कभी भी समय बाधा नहीं बनी। सुबह- शाम केवटी प्रखंड के लोगों लोगों को जागृति लाने के लिए काम किया। गांव के लोगों को बताया की कोरोना से रक्षा के लिए एक मात्र उपाय टीका लेना है। बगैर टीका लिए खतरनाक वायरस से रक्षा नहीं हो सकती। इसलिए सभी लोगों ने प्रण लिया टीका लेना है, कोरोना को भगाना है। इस स्लोगन पर काम करते हुए टीकाकरण महाभियान में सफलता पाने में सहायता मिली।
28 सत्र स्थलों पर 8811 से अधिक लोगों ने लिया टीका:
केवटी पीएससी के डॉ निर्मल कुमार लाल ने टीकाकरण महाअभियान के सफलता को लेकर जीविका के नीरज के योगदान की प्रशंसा की। साथ ही अन्य लोगों के योगदान की चर्चा की। डॉ लाल ने बताया केवटी प्रखंड के 28 सत्र स्थलों पर टीकाकरण अभियान चलाया गया। सुबह- सुबह ही लोगों की भीड़ जुटने लगी। आश्चर्य की बात यह रही कि सत्र स्थलों पर भीड़ के बावजूद किस प्रकार की समस्या नहीं हुई। लोग शिष्टाचार का अनुपालन करते हुए अपनी बारी आने पर कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन ली। बताया टीकाकरण के सफल कार्यान्वयन को लेकर पूर्व से तैयारी की गई थी। इसमें सभी लोगों का योगदान रहा। इस कारण अधिक से अधिक लोगों को कोरोना वायरस से रक्षा के लिए टीकाकरण किया जा सका। इसमें महिलाओं ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।