सी एम कॉलेज,दरभंगा के बीबीए एवं बीसीए के छात्र- छात्राओं का हुआ केम्पस प्लेसमेंट
लखनऊ की सॉफ्ट प्रो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने 6 छात्र- छात्राओं का किया कैंपस सिलेक्शन
प्रो विश्वनाथ झा, डा अशोक पोद्दार, प्रो डीपी गुप्ता तथा डा चौरसिया ने दिए चयनित छात्रों को बधाई एवं शुभकामनाएं
महाविद्यालय के 50 छात्रों में 4 बीबीए एवं 2 बीसीए छात्रों का नौकरी हेतु हुआ अंतिम रूप से चयन
सी एम कॉलेज, दरभंगा के सेमिनार हॉल में बीबीए और बीसीए के छात्र-छात्राओं के लिए विशेष केंपस प्लेसमेंट ड्राइव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर लखनऊ की कंपनी सॉफ्ट प्रो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर अजय चौधरी, कंपनी की चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर यशी अस्थाना एवं गणेश पासवान आदि उपस्थित थे। बीबीए और बीसीए के 50 से अधिक विद्यार्थी चयन प्रक्रिया में शामिल हुए। इनमें से अंतिम रूप से कुल 6 विद्यार्थी चयनित हुए। बीबीए के 4 विद्यार्थियों का चयन मानव संसाधन एग्जीक्यूटिव और मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव के पद के लिए हुआ,जबकि बीसीए के 2 विद्यार्थियों का चयन जूनियर सॉफ्टवेयर डेवलपर के पद पर हुआ। यशी अस्थाना ने सर्वप्रथम कंपनी के बारे में छात्रों को विस्तार से बताया और उन्हें इस बात से अवगत कराते हुए बताया कि बीबीए और बीसीए के विद्यार्थियों से कंपनी को क्या अपेक्षाएं हैं? उन्होंने विद्यार्थियों को यह भी बताया कि कंपनी के बिहार में प्रोजेक्ट हेड रोहित कुमार भी बिहार से ही हैं। यहां के विद्यार्थी अपनी निष्ठा, लगन और परिश्रम के बल पर देश के अलग-अलग हिस्सों में विभिन्न कंपनियों में कार्यरत हैं। अजय चौधरी ने विद्यार्थियों के अनेक सवालों का संतोष जनक जवाब दिया और उनका उत्साहवर्धन किया।
कंपनी के द्वारा चयनित सभी छह विद्यार्थियों को महाविद्यालय के प्रधानाचार्य प्रो विश्वनाथ झा, बीबीए और बीसीए के कोऑर्डिनेटर डॉ अशोक कुमार पोद्दार, कॉमर्स के विभागाध्यक्ष प्रो डी पी गुप्ता, कॉमर्स विभाग के सभी प्राध्यापकों, पत्रकारिता एवं इग्नू कोऑर्डिनेटर डॉ आर एन चौरसिया आदि ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी। कोऑर्डिनेटर डा अशोक कुमार पोद्दार ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन भविष्य में और भी अवश्य किए जाएंगे।
कार्यक्रम का संचालन एवं अतिथियों व प्रतिभागियों का स्वागत कॉमर्स विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ ललित शर्मा ने किया, जबकि कार्यक्रम के सफल आयोजन में प्रो प्रेरणा श्रीवास्तव ,रवि कुमार, स्नेहा कुमारी एवं आदित्य आदि का विशेष योगदान रहा।