आरटीपीसीआर जांच के लिए अब नहीं निर्भर होना होगा प्राइवेट संस्थान एवं डीएमसीएच पर
•जिले में आरटी-पीसीआर लैब हुआ शुरू, कोरोना जांच में आएगी तेजी
•कोविड केयर सेंटर में स्थापित किया गया है आरटीपीसीआर जांच केंद्र
•ओमीक्रोन संक्रमण के बीच जिलेवासियों को राहत दिलाने वाली खबर
•जिले में संक्रमित का आंकड़ा बढ़कर हुआ 83
मधुबनी कोरोना ओमीक्रोन संक्रमण के बीच जिले से राहत देने वाली खबर आई है। कोरोना से लड़ाई जीतने के लिए सरकार द्वारा अब जिला स्तर पर ही कोरोना की अंतिम जांच की व्यवस्था कर दी गई है। लाग इन आईडी उपलब्ध करा दियी गयी है ,जिससे रियल टाइम पेरीमिरेज चेन रिएक्शन (आरटी-पीसीआर) जांच जिले में शुरू हो गई है। शुक्रवार से रियल टाइम पेरीमिरेज चेन रिएक्शन (आरटी-पीसीआर) जांच कोविड केयर सेंटर रामपट्टी में शुरू हो गई है। सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया आरटी-पीसीआर लैब स्थापित होने से कोरोना जांच की गति में तेजी आएगी। इसके बाद जिले में प्रत्येक दिन तकरीबन इससे एक हजार से अधिक लोगों की जांच की जा सकेगी। यह लैब बायो सेफ्टी लेवल टू (अत्याधुनिक) की है। यानी यहां सुरक्षित ढंग से नमूनों की सटीक जांच हो सकेगी। वहीं जिले में संक्रमित का आंकड़ा बढ़कर 83 हो गया है जिसमें 67 एसएसबी जवान अन्य प्रखंडों के स्वास्थ्य कर्मी एवं अन्य लोग सम्मिलित हैं। सिविल सर्जन ने बताया संक्रमण को देखते हुए जिले में पर्याप्त मात्रा में दवा एवं ऑक्सीजन की उपलब्धता है।
जांच के लिए अब नहीं भेजना पड़ेगा सैंपल :
सिविल सर्जन ने बताया कि आरटी-पीसीआर से जांच चालू हो जाने से अब किसी भी प्रकार का सैंपल निजी संस्थान एवं डीएमसीएच दरभंगा नहीं भेजा जाएगा। बता दें कि वर्तमान में एंटीजन और ट्रूनेट जांच ही जिले में हो रही है। इसके अलावा आरटी-पीसीआर जांच के लिए सैम्पल निजी संस्थान एवं दरभंगा भेजे जा रहे थे। आरटी-पीसीआर मशीन चालू हो जाने से अब जांच रिपोर्ट के लिए लोगों को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। वर्तमान में आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट आने में तीन से चार दिन का समय लग जाता था। अब लगभग छह से सात घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट उपलब्ध हो जाएगी।
लाग इन आईडी करायी गयी उपलब्ध :
आरटी-पीसीआर जांच कोरोना की अंतिम जांच होती है। इसमें आने वाली रिपोर्ट को ही सबसे बेहतर माना जाता है। एंटीजन किट से जांच में रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद लक्षण वाले मरीजों के कंफर्मेशन के लिए आरटी-पीसीआर जांच कराई जाती है। केंद्र के संचालन के लिए आईसीएमआर द्वारा आईडी पासवर्ड उपलब्ध करा दी गयी है। जिला स्तर से कोविड केयर सेंटर में चिकित्सकों एवं पारा मेडिकल स्टाफ की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है डॉ. कुणाल कौशल को कोविड केयर सेंटर का नोडल ऑफिसर बनाया गया है।