कैलाश सत्यार्थी जन्मदिन विशेष:
नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी के जन्मदिवस सुरक्षित बचपन दिवस के अवसर पर कोविड में सुरक्षित बचपन हेतु की गई परिचर्चा
विधायक के संग मिलकर किशनपुर को बाल शोषण मुक्त गांव बनाने का लिया गया संकल्प*किशनपुर गांव के बाल श्रम से मुक्त दो बच्चे का बदल रहा जीवन बने बाल समिति के सरपंच ,शिक्षा से जीवन होगा रौशन
सीतामढ़ी बथनाहा प्रखंड के किशनपुर गांव के पंचायत भवन के प्रांगण में बचपन बचाओ आंदोलन के संस्थापक नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के जन्म दिवस सुरक्षित बचपन दिवस के अवसर पर बाल संरक्षण समिति द्वारा कोविड में सुरक्षित बचपन हेतु परिचर्चा की गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि ई अनिल कुमार विधायक बथनाहा विधानसभा ने परिचर्चा को संबोधित करते हुए कहा की बच्चों में असीमित संभावनाएं होती हैं। जरूरी है उनकी प्रतिभाओं और महत्वाकांक्षाओं को पंख देने की। जिससे वह अपनी सामर्थ्य और कौशल को पहचानते हुए संभावनाओं से भरे आकाश में उड़ान उड़ सकें। बाल दासता के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित श्री कैलाश सत्यार्थी इस भूमिका को वर्षों से बखूबी निभाते आ रहे हैं, जिसके लिए उन्हें वर्ष 2014 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया। विधायक ने इस अवसर पर करोना से बचाव हेतु गांव के सभी लोगों का टीकाकरण, स्वास्थ्य सफाई सामुदायिक अभ्यास एवं कोई भी बच्चा बाल श्रम व बाल विवाह का शिकार ना हो इसके लिए बाल संरक्षण समिति को सुरक्षित बचपन हेतु गाँव के सभी बच्चों की शिक्षा और सुरक्षा के प्रति जागृत रहने हेतु सामूहिक प्रयास पर बल देते हुए मार्गदर्शन किया ताकि बाल शोषण मुक्त गांव की परिकल्पना साकार हो सके , परिचर्चा का संचालन बचपन बचाओ आंदोलन के सहायक परियोजना अधिकारी मुकुंद कुमार चौधरी ने किया।विधायक के संग मिलकर बाल संरक्षण समिति एवं बाल समूह ने सत्यार्थी को जन्मदिवस की शुभकामनाएं एवं बधाई देते हुए बाल शोषण मुक्त गांव बनाने का संकल्प लिया गया। परिचर्चा में मुखिया शिव कुमार राम , रोबिन कुमार कुशवाहा , सी. पी.सी के सदस्य सुनील कुमार पासवान, उमेश शाह, पवन देवी , मंजू देवी ,संजीव कुमार ,दिनेश कुमार ,चुन्नू कुमार, शुभम राज सिंह एवं बचपन बचाओ आंदोलन के अब्दुल मालिक खान मुकुंद कुमार चौधरी मौजूद रहे।