इस वर्ष वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत बजट मे मुख्य रूप से महिला, किसान एवं यूथ पर फोकस किया गया है
ज्यादातर घोषणाएं इन्हीं क्षेत्र को ध्यान में रखकर की गई है. इस दूरदर्शी बजट में की गई घोषणाएं काबिले तारीफ है जैसे रसायन मुक्त खेती हेतु ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा, पांच बड़ी नदियों को जोड़ने की घोषणा, शिक्षा के लिए डिजिटल मुहिम के तहत 1 टीवी चैनल द्वारा ऑनलाइन शिक्षा, डाकघरों का विकास कर बैंकों से जोड़ने की घोषणा, 2022 में गांव तक ब्रॉडबैंड एवं 5G सेवा की शुरुआत, शहरों में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा, डिजिटल यूनिवर्सिटी, 3 साल में 400 बंदे भारत ट्रेन, 20 हजार करोड़ इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश आदी है|
युवा उद्यमी एवं युवाओं हेतु 130 लाख से ज्यादा MSME को लोन, सिंगल विंडो को बढ़ावा , इमरजेंसी क्रेडिट लाेन, निजी निवेश को बढ़ावा देने हेतु PPP मॉडल पर निवेश को बढ़ावा , स्टार्टअप यूनिट पर प्रोत्साहन की घोषणा आदि से युवाओं हेतु रोजगार एवं आगे बढ़ने का मौका प्राप्त होगा.
गांवों एवं किसानों पर भी विशेष ध्यान रखा गया है जिसमें गरीबों हेतु 80 लाख नए मकान, 3 करोड़ घरों में नल का जल , 2 लाख मॉडल आंगनवाड़ी केंद्र एवं कृषि सामग्री के आयात पर शुल्क में छूट आदि से गांव एवं किसानों को विशेष फायदा होगा.
किंतु मध्यमवर्ग एवं नौकरी पेशा जिन्हें इस आम बजट से विशेष अपेक्षा थी उन्हें निराशा हाथ लगी, आयकर में कोई छूट नहीं मिली , नौकरी पेशा के भी हाथ खाली रहे शिवा नौकरी पेशा के लिए पेंशन पर आयकर में छूट, ITR में भूल होने पर 2 साल तक सुधार की व्यवस्था की घोषणा की गई है. वित्त मंत्री ने सभी आयकर दाताओं के प्रति आभार प्रकट किया है कि देश की उन्नति में वह आर्थिक सहयोग करते रहें.