सी एम कॉलेज में क्रिएटिव राइटिंग एंड ट्रांसलेशन की महत्ता एवं उसमें नौकरी और रोजगार की संभावनाएं विषयक विचार गोष्ठी आयोजित
हमारे जीवन में क्रिएटिव राइटिंग एण्ड ट्रांसलेशन की अत्यधिक महत्ता, छात्रों के लिए यह कोर्स एक सुनहरा अवसर- डा अनिल
क्रिएटिव राइटिंग एक महत्वपूर्ण अर्जित कला, जिसमें नौकरी व रोजगार के साथ ही है काफी शोहरत एवं भरपूर आय- डा अमरेन्द्र
नयापन के साथ की गई रचना ही क्रिएटिव राइटिंग, जिसमें छात्र पूरे उत्साह, अभ्यास व शौक- रुचि से अध्ययन कर जीवन को बेहतरीन बनाएं- तरुण मिश्रा
स्वभावतः हर व्यक्ति क्रिएटिव, पर औपचारिक कोर्स कर छात्र अपनी छुपी प्रतिभा को निखारें और इसमें कैरियर बनाए- डा चौरसिया
ट्रांसलेटरों की प्रकाशन, पत्रकारिता, सिनेमा, लेखन, चिकित्सा व व्यवसाय आदि क्षेत्रों में सरकारी नौकरी एवं रोजगार की अनंत संभावनाएं- डा सुब्रत
प्रधानाचार्य डा अनिल कुमार मंडल को तरुण मिश्रा ने अपनी स्वलिखित पुस्तक ‘Word Power Made Simple’ भेंट की
कार्यक्रम में डा अनिल, डा अमरेन्द्र, तरुण मिश्रा, डा सुब्रत, प्रो मंजू, डा चौरसिया व डा मनोज सिंह सहित 80 से अधिक व्यक्तियों की हुई सहभागिता
क्रिएटिव राइटिंग एक बेहतरीन कला है, जिसका हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है। अच्छे क्रिएटिव राइटरों की देश व विदेशों में हर जगह काफी मांग है। इस क्षेत्र में संबंधित कोर्स किए हुए कुशल व्यक्तियों की काफी कमी है। उक्त बातें सी एम कॉलेज, दरभंगा के क्रिएटिव राइटिंग एंड ट्रांसलेशन सर्टिफिकेट कोर्स के तत्वावधान में आयोजित “क्रिएटिव राइटिंग एंड ट्रांसलेशन की महत्ता एवं उसमें नौकरी व रोजगार की संभावनाएं” विषयक विचारगोष्ठी में सी एम कॉलेज के अंग्रेजी के पूर्व प्राध्यापक डा अमरेन्द्र शर्मा ने अतिथि के रूप में कहा। उन्होंने कहा कि क्रिएटिव राइटिंग महत्वपूर्ण अर्जित गुण है, जिसमें नौकरी और रोजगार के साथ ही काफी शोहरत एवं भरपूर आय है।
मुख्य वक्ता के रूप में लक्ष्मेश्वर पब्लिक लाइब्रेरी, दरभंगा के सचिव तरुण मिश्रा ने कहा कि नयापन के साथ की गई रचना ही क्रिएटिव राइटिंग है, जो पाठकों को प्रभावित कर नयापन का एहसास कराता है। सीएम कॉलेज में संचालित क्रिएटिव राइटिंग और ट्रांसलेशन कोर्स में नामांकन लेकर छात्र पूरे उत्साह, निरंतर अभ्यास और शौक- रुचि से अध्ययन कर जीवन को बेहतरीन बना सकते हैं। इस कोर्स से लेखन वाचन अध्ययन एवं श्रवण आदि में कुशलता प्राप्त होती है अच्छे लेखन के दूरगामी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उन्होंने प्रधानाचार्य को अपनी स्वलिखित पुस्तक ‘वर्ड पावर मेड सिंपल’ नामक पुस्तक भेंट किया।
अध्यक्षीय संबोधन में प्रधानाचार्य डा अनिल कुमार मंडल ने कहा कि हमारे जीवन में क्रिएटिव राइटिंग एंड ट्रांसलेशन की अत्यधिक महत्ता है। सी एम कॉलेज में संचालित क्रिएटिव राइटिंग एण्ड ट्रांसलेशन छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसर है। निरंतर अभ्यास एवं विशेषज्ञों की तकनीक से ही इस क्षेत्र में निपुणता प्राप्त की जा सकती है। प्रधानाचार्य ने कहा कि आज का युग आर्थिक है। इस दृष्टिकोण से यह कोर्स छात्रों के लिए काफी उपयोगी है। इसमें नामांकन से छात्रों के व्यक्तित्व का भी विकास होगा तथा उन्हें नई पहचान भी मिलेगी।
सम्मानित वक्ता के रूप में महाविद्यालय अंग्रेजी विभाग की प्राध्यापिका प्रो मंजू राय ने कहा कि आज हर क्षेत्र में योग्य क्रिएटिव राइटरों एवं ट्रांसलेटरों की जरूरत है। एक अच्छे अनुवादक के कार्यों से वे रातो- रात काफी प्रसिद्धि प्राप्त कर लेते हैं। उन्होंने दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि आज छात्र लिखना ही छोड़ रहे हैं, जबकि उन्हें राइटिंग की ताकत को पहचान कर इस क्षेत्र में सफलता पाने की जरूरत है।
विशिष्ट वक्ता के रूप में महाविद्यालय अंग्रेजी विभाग के प्राध्यापक डा सुब्रत कुमार दास ने कहा कि ट्रांसलेटरों की प्रकाशन, पत्रकारिता, सिनेमा, लेखन, चिकित्सा व व्यवसाय आदि सभी क्षेत्रों में सरकारी नौकरी एवं रोजी- रोजगार की अनंत संभावनाएं हैं। यदि युवा दो या तीन भाषाओं को जानते हैं तो उन्हें देश व विदेशों में नौकरी की कोई कठिनाई नहीं होगी। उन्होंने शेक्सपियर व चेतन भगत आदि अनेक लेखकों एवं अनुवादकों के कृतित्व की चर्चा करते हुए कहा कि इस क्षेत्र में न केवल पैसा, बल्कि शोहरत भी काफी मिलता है।
अतिथियों का स्वागत एवं विषय प्रवेश कराते हुए सर्टिफिकेट कोर्सों के चीफ कोऑर्डिनेटर डा आर एन चौरसिया ने कहा कि हर व्यक्ति स्वभावतः क्रिएटिव होता है, पर औपचारिक कोर्स कर छात्र अपनी छुपी हुई इस प्रतिभा को निखारे और इस क्षेत्र में बेहतरीन कैरियर बनाकर राष्ट्र निर्माण में योगदान करें। राइटिंग- विधा बेहद कलात्मक है, जिसमें जादुई शक्ति होती है। क्रिएटिव राइटर पाठकों को अत्यधिक प्रभावित रखने की क्षमता रखते हैं। क्रिएटिव कोर्स कर कोई भी अपने लेखन व वाचन क्षमता में काफी सुधार कर सकते हैं, जिसके माध्यम से साहित्य, पत्रकारिता व संचार आदि क्षेत्रों में कैरियर की राह आसान हो जाती है।
विचारगोष्ठी में मारवाड़ी कॉलेज से डा विकास सिंह, बंगाल से राजकुमार चक्रवर्ती, डा रामबाबू चौपाल, विपिन कुमार सिंह, अमरजीत कुमार, शंभू मंडल, प्रशांत कुमार झा, सीमा मिश्रा, सत्यम, जूही, केशव, मनीष, दुर्गा, कृष्णा, अंकित, मनीष, नौशाद, प्रत्यूष, निधि आकांक्षा, नीतीश, नीरा, प्रेरणा, राहुल, शंभू, सुप्रिया, विजय, यश, विवेक, मुस्कान, मनोज, महेश, मनमोहन, सबीना, उत्कर्ष, अविनाश, मानसी, सुभाषचंद्र, जाह्नवी, संगम, अनीता, अन्नु, राजाराम, अंकित, चंदन, अविनाश, अशरफ, व स्नेहा भारती सहित 80 से अधिक व्यक्तियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन करते हुए अंग्रेजी के प्राध्यापक एवं क्रिएटिव राइटिंग एंड ट्रांसलेशन के कोर्स कोऑर्डिनेटर डा मनोज कुमार सिंह ने बताया कि क्रिएटिव राइटिंग एंड ट्रांसलेशन कोर्स में 20 से अधिक नामांकन हो चुके हैं, जबकि ‘पहले आओ- पहले पाओ’ तर्ज पर मात्र 40 छात्रों का नामांकन लेना है। नामांकन हेतु इच्छुक छात्र 99054 37636 नंबर पर डा चौरसिया से अथवा 98356 79796 पर डा मनोज सिंह से बातकर कोर्स में नामांकन सुनिश्चित कर सकते हैं।