सीएम साइंस कालेज में प्रधानाचार्य प्रो दिलीप कुमार चौधरी ने फहराया तिरंगा, गिनाई उपलब्धियां
सीएम साइंस कालेज में 76 वां स्वतंत्रता दिवस काफी धूमधाम से मनाया गया। झंडोत्तोलन प्रधानाचार्य प्रो दिलीप कुमार चौधरी ने किया। मौके पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि महाविद्यालय उत्तरोत्तर विकास के पथ पर अग्रसर है और नई-नई योजनाओं के द्वारा हम इसके प्रगति के लिए वचनबद्ध हैं। शिक्षण कार्य के अतिरिक्त महाविद्यालय खेलकूद एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी काफी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेता रहा है।
उन्होंने कहा कि महाविद्यालय ने तीसरे चरण के नैक मूल्यांकन की तैयारी पूरे दमखम के साथ शुरू कर दी है। इसके तहत विगत पाँच सालों का एक्यूएआर महाविद्यालय ने नैक को ऑनलाइन जमा कराने के साथ ही पूर्व की नैक पीअर टीम की सलाह के अनुरूप अभी तक पांच गैर पारंपरिक शॉर्ट टर्म सर्टिफिकेट कोर्स के रूप में मशरूम कल्टीवेशन, पीसी हार्डवेयर, मोबाइल रिपेयर्स, हेल्थ केयर एवं हर्बल मेडिसीन पाठ्यक्रम की न सिर्फ शुरुआत कर दी है, बल्कि मशरूम कल्टीवेशन के पहले बैच के छात्र-छात्राओं ने अच्छे अंकों के साथ शत-प्रतिशत सफलता हासिल कर महाविद्यालय का नाम रोशन किया है। इतना ही नहीं, इसके अतिरिक्त बीसीए, बीबीए एवं इंडस्ट्रियल केमिस्ट्री पाठ्यक्रम महाविद्यालय में शुरू किए जाने को लेकर विश्वविद्यालय की जांच समिति निरीक्षण कर चुकी है। जबकि हमने चार वर्षीय इंटीग्रेटेड बीएड डिग्री कोर्स के लिए भी प्रस्ताव भेजा है। इसकी स्वीकृति मिलने पर त्वरित रूप से हम इस दिशा में अग्रसर होंगे।
उन्होंने कहा कि महाविद्यालय की एनएसएस एवं एनसीसी द्वारा भी अनेक कार्यक्रम निरंतर आयोजित होते रहे हैं। दैनिक कार्यकलापों से इतर एनएसएस ने शहर के सीमावर्ती गांव तारालाही में ‘शिक्षा रोजगार सेतुबंध’ जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन कर एक मिसाल कायम की है। इसमें हमारे विद्वान शिक्षकों ने गांव के छात्रों के बीच जाकर उनकी शैक्षणिक समस्याओं का त्वरित निदान किया। इसी तरह, एनसीसी ने भी आपदा प्रबंधन शिविर एवं विशेष शिविर का जिला स्तरीय आयोजन महाविद्यालय परिसर में कर विशिष्टता हासिल की है।
उन्होंने कहा कि फरवरी महीने में विज्ञान सप्ताह मनाने के क्रम में महाविद्यालय में आयोजित ‘विज्ञान सर्वत्र पूज्यते’ कार्यक्रम में महाविद्यालय ने देशव्यापी पहुंच कायम की। इस कार्यक्रम के आयोजन से राष्ट्रीय स्तर पर विशेषज्ञों से विषय केंद्रित संबंध स्थापित होने के साथ-साथ महाविद्यालय के प्रतिभावान छात्रों के लिए सुनहरे भविष्य के रास्ते खुले। साथ ही, मैथिली में विज्ञान के प्रसार की दिशा में केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की स्वायत्त संस्था विज्ञान प्रसार के साथ बीते दिनों महाविद्यालय की हुई करार यहां के छात्रों के लिए कैरियर के अनेक विकल्प मुहैया कराने में मददगार साबित होंगे।
उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के विभिन्न कार्यक्रमों में महाविद्यालय की विभिन्न इकाई ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है। वहीं, विश्वविद्यालय के 50वें स्थापना दिवस के अवसर पर 19 जुलाई से 23 जुलाई तक पाँच दिवसीय विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन भी महाविद्यालय ने किया। जिसमें निबंध लेखन, वाद-विवाद, मैथिली में विज्ञान विषय स्क्रिप्ट लेखन व नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता के साथ-साथ शतरंज और टेबल टेनिस प्रतियोगिता में महाविद्यालय के प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिभा का जमकर प्रदर्शन किया।
छात्रों की सुविधा के लिए आइंस्टीन छात्रावास को जहां दुरूस्त किया जा रहा है। वहीं, आर्यभट्ट छात्रावास के पुनर्निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। इसी तरह, छात्रों, शिक्षकों एवं कर्मचारियों की सुविधा के मद्देनजर महाविद्यालय के आंतरिक कोष से अनेक विकास कार्य किए जा रहे हैं। इसके अंतर्गत विभिन्न कक्षाओं, प्रयोगशालाओं एवं पुस्तकालय को भी जरूरत के अनुसार अधिक सुविधा संपन्न बनाये जा रहे हैं। वहीं पुस्तकालय को छात्रों की जरूरत के अनुरूप ऑनलाइन रीडिंग फैसिलिटी से जोड़ा गया है तथा आने वाले दिनों में और भी सुविधाएं मुहैया कराए जाने की योजना है। इसके साथ ही पूर्ववर्ती छात्र संघ के पंजीकरण की दिशा में भी तत्परता दिखाई है और आशा है कि इस संघ का पंजीकरण आगामी कुछ दिनों में संभव हो जाएगा।