शोकसभा
विश्वविद्यालय संगीत एवं नाट्य विभाग में एक शोकसभा आयोजित की गई जिसमें विश्वविख्यात अभिनेता सह चिकित्सक डॉ. श्री राम लागू के प्रति दो मिनट मौन रहकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई । श्रद्धांजलि सभा में विभाग के सभी शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मचारियों सहित छात्र – छात्राएँ भी
उपस्थित थे । अपने उद्बोधन में संकायाध्यक्ष प्रो. पुष्पम नारायण ने उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके निधन से नाट्य जगत में अपूरणीय क्षति हुई है । उन्होंने कहा कि वे एक सफल अभिनेता होने के साथ-साथ एक कुशल ईएनटी सर्जन भी थे। विभागाध्यक्ष प्रो. लावण्य कीर्ति सिंह ‘ काव्या ‘ ने कहा कि रंगमंच एवं फिल्म जगत के इस महान कलाकार तथा ईएनटी सर्जन का निधन सम्पूर्ण विश्व के लिए बहुत दुखद है । उन्हें लगभग 100 फिल्मों में चरित्र अभिनेता के रूप में याद किया जाएगा । लगभग 50 नाटकों में अभिनय किया और लगभग 10 मराठी नाटकों का निर्देशन भी किया ।’घरौंदा ‘ फिल्म में अभिनय के लिए 1978 में सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का उन्हें पुरस्कार भी मिला । अपने उद्बोधन में नाट्य शिक्षक सन्तोष राणा ने कहा कि नाटक के क्षेत्र में डाॅ. श्री राम लागू के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता ।पुणे एवं बम्बई की रंगमंचीय संस्थानों के अधीन गतिविधियों में श्री लागू का बहुमूल्य योगदान है । उन्होंने हिन्दी के साथ साथ गुजराती एवं मराठी नाटकों में भी अभिनय किया । हिन्दी फिल्मों में भी उन्होंने अपने अभिनय का लोहा मनवाया । बीसवीं सदी के चरित्र अभिनेताओं में उनका नाम उल्लेखनीय है । विभाग के सभी शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मचारियों एवं छात्र – छात्राओं ने दो मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि अर्पित की ।
दरभंगा news24live
संपादक अजित कुमार सिंह
उपसंपादक प्रगति प्रभा( खुशी)