*घुश्खोर व दलित-गरीब विरोधी आईजी को तत्काल हटाये सरकार-माले*
मिथिला क्षेत्र में बढ़ा है अपराध का घटना, स्वाति के हत्यारे को अविलम्भ गिरफ्तार करे प्रशासन-बैद्यनाथ
रवि पासवान हत्याकांड की उच्चस्तरीय जांच तथा हत्यारे की शीध्र गिरफ्तारी हो- माले
दरभंगा दलित जाती के प्रवासी मजदूर की बेटी स्वाति हत्या-बालात्कार कांड में न्याय देने, शराब माफिया -अपराधी के संरक्षक उजियारपुर थाना प्रभारी को बर्खास्त करने, घुश्खोर और दलित-गरीब विरोधी दरभंगा आईजी को तत्काल हटाने, मिथिला क्षेत्र में बढ़ते अपराध की घटना के खिलाफ आज भाकपा(माले) के मिथिलाव्यापी आवाहन पर दरभंगा के पोलो मैदान से लहेरियासराय टावर तक प्रतिवाद मार्च निकाला गया।
मार्च का नेतृत्व नंदलाल ठाकुर, अभिषेक कुमार, पप्पू पासवान, विनोद सिंह ने किया।
इस अवसर पर भाकपा(माले) राज्य स्थायी समिति सदस्य सह जिला सचिव बैद्यनाथ यादव ने कहा कि मिथिला क्षेत्र के आईजी के रीजन में भ्रष्टाचार, घुश्खोरी व हत्या बलात्कार की घटना बढ़ी है। पुलिस प्रशासन की मनमानी चरम पर है। भाजपा के इशारे पर पुलिस काम कर रही है। रजवाड़ा कांड में दरभंगा आईजी द्वारा न्याय की आवाज को बचाने के बदले उसे और उलझा देने का काम किया है। जिससे महागठंबधन सरकार की बदनामी हुई है। उन्होंने कहा है कि दरभंगा क्षेत्र के घुश्खोर व दलित-गरीब विरोधी आईजी को तत्काल हटाने की मांग की है।
वही भाकपा(माले) राज्य कमिटी सदस्य नेयाज अहमद ने स्वाति हत्याकांड के कई दिन हो गए लेकिन आज तक थाना प्रभारी उसे गिरफ्तार नही किया है। बल्कि अपराध कर्ताओं को सरक्षण दे रही है और भाजपा के नेता के इशारे पर काम कर रही है। तत्काल उजियारपुर थाना प्रभारी की बर्खास्तगी की मांग की है और स्वाति के परिजन को न्याय देने की मांग की है।
वही भाकपा(माले) जिला स्थायी समिति सदस्य नंदलाल ठाकुर ने कहा कि दरभंगा में भी पुलिस की मनमानी बढ़ी है। रजवाड़ा कांड में आज तक माले नेताओ को झूठा केश से बरी नही किया गया। वही दूसरी तरह बहादुरपर थाना में तीन महीने से घर गायब रवि पासवान की लाश एक तालाब में मिला लेकिन बहादुरपर थाना प्रभारी उक्त हत्या को उद्भेदन करने के बजाय गलत बयानबाजी कर रहे है। जिससे साफ प्रतीत होता है की थाना प्रभारी हत्यारो को बचाने का काम कर रही है। माले नेता ने रवि पासवान हत्याकांड की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
प्रतिवाद मार्च में अभिषेक कुमार, उमेश प्रसाद साह, पप्पू पासवान, कामेश्वर पासवान, विनोद सिंह, मयंक कुमार, रंजन प्रसाद सिंह, अनुपम कुमारी, अबधेश सिंह, समीर कुमार, प्रिंस राज, सहित दर्जनों लोग शामिल थे।