सीएम साइंस कॉलेज के कर्मचारियों ने काला विल्ला लगाकर किया काम, संगठन विरोधी ताकत के प्रति जताया विरोध
बिहार राज्य विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी समन्वय समिति के आह्वान पर सीएम साइंस कॉलेज के कर्मचारियों ने मंगलवार को काला विल्ला लगाकर अपने कार्यों का निष्पादन किया। महाविद्यालय के शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष राधेश्याम झा ने बताया कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत काला विल्ला लगाकर कर्मचारियों ने अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए संगठन विरोधी फरमान का मंगलवार को बहिष्कार किया। जबकि 12 जनवरी को महाविद्यालय के सभी कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहते हुए संगठन विरोधी फिरका परस्त ताकतों का संगठित होकर मुँहतोड़ जवाब देने के लिए ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के मुख्यालय पर आयोजित धरना प्रदर्शन में भाग लेंगे।
मौके पर इकाई के सचिव अनुपम कुमार झा ने कहा कि वर्तमान समय में बिहार का शिक्षा जगत आपातकाल स्थिति का सामना कर रहा है। शिक्षकों एवं कर्मचारियों के मौलिक एवं लोकतांत्रिक अधिकारों के साथ-साथ संघ-संगठनों के गठन से संबंधित हमारे संवैधानिक अधिकारों पर राज्य सरकार के संरक्षण में शिक्षा विभाग के कुछ बेलगाम अधिकारी लगातार हमले कर उसे छीनने की नापाक कोशिश कर रहे हैं। इसका जटकर विरोध किया जाना समय की मांग है।
कर्मचारियों ने एक प्रस्ताव पारित कर संघ-संगठन की हिफाजत के लिए मीडिया अथवा सोशल मीडिया में आवाज उठाने वाले शिक्षकों एवं कर्मचारी नेताओं पर राज्य सरकार के संरक्षण में दण्डात्मक कार्रवाई के लगातार निकाले जा रहे आदेश की भर्त्सना की। सभी कर्मचारियों ने एक स्वर में शासन एवं प्रशासन की कर्मचारी विरोधी दमनकारी फरमान का प्रतिरोध करने और समाधान होने तक संघर्ष जारी रखने का फैसला किया। काला विल्ला लगाकर विरोध जताने वाले कर्मचारियों में शिवशंकर झा, उमेश कुमार ठाकुर, रोहित कुमार झा, प्रवीण कुमार झा, आकाश कुमार वर्मा, चेतकर झा, आदित्य नाथ झा, प्रफुल्ल कुमार झा, रवीन्द्र कुमार यादव, जितेंद्र राम, जितेंद्र महतो, लीला कुमारी, रमाशंकर भंडारी, जरीना खातून, चंद्रकांत चौधरी, दिलीप मंडल, सतीश कुमार, रमेश कुमार कामती, जयकांत कामती, राजेश कुमार सिंह, अनुपम शेखर सिंह, संतोष कुमार, मिसरी साह, रतन मिश्रा, रामशंकर भंडारी, कुमार राजर्षि, सुरेश बहादुर , रामनारायण साह आदि प्रमुख थे।