आठ बच्चों को बाल मजदूरी से करवाया गया मुक्त
कुछ बच्चों को तीस तो कुछ को पचास रुपए दैनिक मजदूरी देकर एक दिन में दस से अधिक घंटो तक करवाई जाती थी मजदूरी
सीतामढ़ी जिला के बेला थाना क्षेत्र में विशेष किशोर पुलिस इकाई,बचपन बचाओ आंदोलन एवं बेला थाना की संयुक्त टीम द्वारा बाल श्रम के खिलाफ सघन अभियान चलाकर आठ बच्चों को बाल श्रम से मुक्त करवाया गया । बेला थाना क्षेत्र में विभिन्न दुकान प्रतिष्ठान ईट भट्ठा मोटर गैरेज में अधिक संख्या में बच्चों से बाल मजदूरी करवाने की लगातार सूचना बचपन बचाओ आंदोलन की टीम को मिल रही थी टीम के द्वारा बेला थाना क्षेत्र से बच्चों को बाल श्रम से मुक्त करवाने का अनुरोध जिला के एसपी मनोज कुमार तिवारी एवं डीएसपी सह नोडल विशेष किशोर पुलिस इकाई सीतामढ़ी मो नजीब अनवर से किया गया। डीएसपी सह नोडल विशेष किशोर पुलिस इकाई मो नजीब अनवर के निर्देशन में बेला थाना क्षेत्र में बाल श्रम के खिलाफ बड़ी कारवाई गई हैं । संयुक्त टीम में शामिल बेला थाना के बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी पंकज कुमार, बचपन बचाओ आंदोलन के केंद्रीय वरिष्ठ योजना समन्वयक राकेश कुमार, सहायक प्रोजेक्ट अधिकारी मुकुंद कुमार चौधरी, शिव शंकर ठाकुर व बेला थाना के पुलिस बाल शामिल थे। इस संदर्भ में बचपन बचाओ आंदोलन के केंद्रीय निदेशक मनीष शर्मा ने बाल श्रम के खिलाफ इस बड़ी करवाई के लिए सीतामढ़ी पुलिस के प्रती धन्यवाद प्रकट करते हुए कहा कि बाल श्रम नियोजक की दया नहीं सस्ती श्रम और शोषण की देन हैं बाल से मुक्त करवाए गए कुछ बच्चों को तीस तो कुछ को पचास रुपए दैनिक मजदूरी दी जाती थी मुक्त करवाए गए बच्चों से प्रतिदिन दस से बारह घंटे तक मजदूरी करवाया जाता था साथ ही एक नेपाल के रहने वाले बच्चे को उनके माता पिता के देहांत हो जाने के बाद तस्करी कर बाल श्रम के लिए लाया गया था। मामले में पुलिस ने बचपन बचाओ आंदोलन के आवेदन पर बाल श्रम करवाने वाले नियोजक के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर नियानूसार करवाई कर रही हैं। मुक्त बच्चों को बाल कल्याण समिति सीतामढ़ी के आदेश से बाल गृह में आवासित करवाया गया हैं।