अभ्यर्थी अपने सभी खर्चों को व्यय पंजी में अनिवार्य रूप से करें दर्ज : व्यय प्रेक्षक
सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार के खर्चों को भी व्यय पंजी में करें शामिल
भारत निर्वाचन आयोग की नजर अभ्यर्थियों के सभी प्रकार के खर्चों पर
प्रचार खर्चे का ब्योरा व्यय पंजी में नहीं होने पर भाजपा व राजद प्रत्याशी से माँगा गया स्पष्टीकरण
दरभंगा – लोक सभा आम निर्वाचन 2024 को लेकर भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली द्वारा 14-दरभंगा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के लिए प्रतिनियुक्त व्यय प्रेक्षक ओम प्रकाश तिवारी द्वारा निर्वाचन व्यय अनुश्रवण कोषांग के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि 14-दरभंगा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के दो प्रत्यार्शी राजद के ललित कुमार यादव एवं भाजपा के गोपाली जी ठाकुर द्वारा सोशल मीडिया (फेसबुक पर वीडिया एडिटिंग) एवं चुनाव प्रचार संबंधी खर्चें का ब्यौरा व्यय लेखा पंजी में अंकित नहीं किया गया है।
उपरोक्त के आलोक में व्यय प्रेक्षक महोदय द्वारा जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-निर्वाची पदाधिकारी, 14-दरभंगा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र राजीव रौशन जिला निर्वाचन पदाधिकारीको उपरोक्त दोनों प्रत्याशी से ब्यौरा समर्पित नहीं करने को लेकर स्पष्टीकरण करने हेतु कहा गया।
तदोपरान्त व्यय प्रेक्षक से प्राप्त प्रतिवेदन के आलोक में जिला निर्वाचन पदाधिकारी, दरभंगा द्वारा राजद एवं भाजपा के प्रत्यार्शी से चुनाव प्रचार संबंधी खर्चे का ब्योरा व्यय लेखा पंजी में अंकित नहीं होने के कारण 48 घंटे के अन्दर उनसे लिखित स्पष्टीकरण माँगा गया है।
व्यय प्रेक्षक महोदय द्वारा दरभंगा जिलावासियों से अपील किया कि 14-दरभंगा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव के दौरान मतदाताओं को प्रलोभन देने हेतु उनके बीच नगद, शराब, मादक पदार्थ, बहुमूल्य वस्तु अथवा रिश्वत इत्यादि के वितरण की शिकायत अथवा कोई अन्य संबंधित सूचना जिला नियंत्रण कक्ष के दूरभाष संख्या – 06272-240600 या व्यय प्रेक्षक महोदय के दूरभाष नम्बर – 06272-240035 एवं मोबाईल नम्बर – 9431686434 या उनके आवासन स्थल जिला अतिथि गृह में सम्पर्क कर दे सकते है।
उल्लेखनीय है कि भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली के निर्देशानुसार सभी अभ्यर्थियों का सम्पूर्ण प्रचार अवधि के दौरान व्यय पंजी को कम से कम तीन वार निजी रूप से या अपने निर्वाचन एजेंट के द्वारा चुनाव के दौरान किए गए चुनाव खर्च का मिलान अभ्यर्थी व्यय पंजी एवं अभ्यर्थी शैडो पंजी का निर्वाचन व्यय एवं लेखा कोषांग के लेखा पदाधिकारी के समक्ष किया जाता है।