संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ पूर्व तैयारी को लेकर हुई समीक्षा बैठक
दरभंगा जिलाधिकारी राजीव रौशन ने संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ के पूर्व तैयारी को लेकर एनआईसी दरभंगा में संबंधित विभाग के पदाधिकारी के साथ समीक्षा बैठक कियें।
संबंधित अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में बाढ़ से बचाव के लिए लगातार निरीक्षण करना सुनिश्चित करेंगे और लोगों को जागरुक भी करेंगे।
उन्होंने विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि बाढ़ और सुखाड़ से निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएं ।किसी भी जिले वासियों को बाढ़ / सुखाड़ से परेशानी नहीं हो।
बाढ़ से निपटने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा व्यापक तैयारी की गई है। इसके तहत जिले में सरकारी नाव 192 एवं निजी नाव 231 कार्यरत है, निजी मालिकों के साथ इकरारनामा किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि इनफ्लैटेबल मोटर बोट की संख्या दो, महाजाल दो, लाइफ जैकेट 90, प्रशिक्षित गोताखोरों की संख्या 305, खोज बचाव राहत दल की संख्या 136, मोटर बोट चालकों की संख्या 11 है।
उन्होंने कहा कि जिले में कुल 35281 पॉलिथीन शीट्स उपलब्ध है, आवश्यकता पड़ने पर पॉलिथीन क्रय की जाएगी,। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रवण जिलों में एसडीआरएफ/ एनडीआरएफ की टीम प्रतिनियुक्त की जाती है, जिनका ठहरने की व्यवस्था एमएल एकेडमी लहेरियासराय में किया गया है।
अनुग्रह अनुदान (GR) भुगतान हेतु 18 जून 2024 तक 131881 अपडेट बेनिफिशियरी,04 नये इंट्री एवं 107469 आधार अपडेट किया जा चुका है शेष का अद्यतीकरण किया जा रहा है।
वैकल्पिक आकस्मिक फसल योजना की तैयारी कर ली गई है,आकस्मिक फसल योजना के तहत कुल 17 फसल चिन्हित किया गया है।
पशु चारा हेतु निविदादाता एवं दर निर्धारण कर लिया गया है 38 प्रकार के पशु दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
दरभंगा जिले के 18 प्रखंडों के 27 पशु चिकित्सालय्यों को चिकित्सा कैंप लगाने हैं हेतु पदाधिकारीयों एवं कर्मचारीयों चिन्हित करते हुए टैग कर लिया गया है ।
उन्होंने कहा कि 23 प्रकार की जीवन रक्षक दवाएं,हेलोजन टैबलेट, ओआरएस, एआरभी,एबीएस सहित ब्लीचिंग पाउडर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। जल जनित महामारी से बचाव हेतु 18 चलंत चिकित्सा दल का गठन कर लिया गया है।
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि 1252 चपकालों की मरम्मति तथा 21 चपकालों की मरम्मति का अधिष्ठापन 796 पंचायती राज विभाग द्वारा एवं कुल 817 चापाकलों का अधिष्ठापन किया गया है ।
कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को निर्देश दिया गया कि सभी नलकूपों को चालू कर पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि 17 वाटर टैंकर, 113 जेरिकन, 03 वाटर प्यूरीफायर एवं दो वाटर एटीएम कार्यरत है।
जिलाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता भवन को निर्देश दिया की बाढ़ आश्रय स्थलों का निर्माण यथाशीघ्र गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। आपदा प्रभारी को निर्देश दिया गया की नये लाइव जैकेट जैकेट की व्यवस्था करें। जिले के चयनित प्रखंडों में आठ स्थलों पर बाढ़ राहत शिविर स्थल का निर्माण तेजी से किया जा रहा है जिसमें से चार स्थलों का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है।
लघु जल संसाधन विभाग के पदाधिकारी द्वारा बताए गए के दरभंगा जिले के अंतर्गत कुल राजकीय नलकूप 223 हैं।
बैठक में बताया गया कि अग्निकांड से पीड़ित सभी परिवारों के निकटतम आश्रितों का अनुग्रह अनुदान की राशि भुगतान कर दिया गया है।
संबंधित पदाधिकारी द्वारा जिलाधिकारी को नाव संचालन,पॉलीथिन शीट,राहत सामग्री की उपलब्धता, दवा, पशुचारा, बाढ़ आश्रय स्थल,सामुदायिक रसोई, ड्राई राशन पैकेटस/ फूड पैकेटस, जिला आपातकालीन संचालन केंद्र आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दिया।