भाकपा(माले) के राष्ट्रव्यापी आवाहन पर निकला विरोध मार्च।
अरुंधति राय व शेख शौकत हुसैन के खिलाफ UAPA की अनुमति देना लोकतंत्र की हत्या है : माले
दरभंगा देश जाने माने प्रतिष्ठित लेखक अरुंधती राय व शेख शौकत हुसैन के खिलाफ दिल्ली के उप राज्यपाल द्वारा UAPA कानून की स्वीकृति देने के खिलाफ आज भाकपा(माले) के राष्ट्रव्यापी आवाहन पर पोलो मैदान लहेरियासराय से टावर चौक तक विरोध मार्च निकाला गया।
मार्च का नेतृत्व जिला सचिव बैद्यनाथ यादव, इंसाफ मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष नेयाज अहमद, वरिष्ठ नेता आर के सहनी, ऐपवा नेत्री साधना शर्मा, शनिचरी देवी कर रही थीं।
लहेरियासराय टावर पर ऐक्टू नेता उमेश साह की अध्यक्षता में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा की मोदी सरकार तीसरा बार सत्ता में आते ही नंगा नाच शुरू कर दिया है। भाजपा जदयू के सांसद खुलेआम अनाप शनाप बोल रहें है। वही दूसरी तरफ दिल्ली के उपराज्यपाल द्वारा देश के जाने माने प्रतिष्ठित लेखक अरुंधति रॉय और शेख शौकत हुसैन के खिलाफ यूएपीए के तहत मुकदमा चलाने की अनुमति देना, लोकतंत्र और मतभिन्नता को कुचलने का एक और उदाहरण है। यह फासीवाद के भारतीय ब्रांड का अवश्यंभावी लक्षण है। यही उपराज्यपाल मेधा पाटकर के खिलाफ फर्जी मानहानि के उस मुकदमे के भी पीछे हैं, जिसमें उन पर दोष सिद्ध हो गया है और सजा वक्त की बात भर है।
भाकपा-माले ऐसे दमनकारी क़ानूनों के खात्मे तथा सभी राजनीतिक बंदियों की रिहाई के लिए संघर्ष जारी रखेगी।
वक्ताओं ने आगे कहा कि बिहार में अपराध की लगातार बढ़ रही घटनाएं बेहद चिंताजनक है। सत्ता संरक्षित अपराधियांं द्वारा इस तरह के कारनामों को अंजाम दिया जा रहा है।
इस अवसर पर राज्य कमिटी सदस्य अभिषेक कुमार, पप्पू खान, शिवन यादव, मयंक कुमार, विसनाथ पासवान, शनिचर पासवान, मोहन पासवान, विनोद सिंह, कैलाश पासवान, रंजीत राम, अरविंद राम, श्रवण कुमार, कामेश्वर पासवान, प्रिंस राज सहित कई लोग शामिल थे।