समूहों का लेखा-जोखा डिजिटल करने हेतु,LokOS मोबाइल एप्प किया गया विकसित
दरभंगा • बिहार-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के तहत ग्रामीण महिलाओं के उत्थान के लिए कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इसी कड़ी में, समूहों का लेखा-जोखा डिजिटल करने के लिए LokOS मोबाइल एप्प विकसित किया गया है। इस एप्प के माध्यम से स्वयं सहायता समूहों के लेखा जोखा को डिजिटल फॉर्मेट में लाने की शुरुआत की गई है, जिसके लिए समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण देकर प्रोफाइल इंट्री करवाया जा रहा है।
दरभंगा जिले की जीविका समूह की दीदियाँ भी बढ़-चढ़ कर LokOS ऐप्लिकेशन में समूहों और सदस्यों का ऑनलाइन प्रविष्टि कर रही हैं।
जिला परियोजना प्रबंधक डॉ.ऋचा गार्गी ने बताया कि “लोकोस” का अर्थ “आम लोगों का ऑपरेटिंग सिस्टम” है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण भारत की महिलाओं के समूहों में बेहतर वित्तीय प्रबंधन और पारदर्शिता लाना है। साथ ही, ग्राम संगठनों (VO) और क्लस्टर लेवल फेडरेशन (CLF) के कार्यों को और अधिक सुचारू बनाना है। इस पहल के माध्यम से न केवल डिजिटलीकरण के तकनीकी पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है, बल्कि ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भरता और आजीविका गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभिन्न तकनीकी कौशल प्रदान किए जा रहे हैं।
सामुदायिक वित्त प्रबंधक ब्रजकिशोर प्रसाद गुप्ता ने एप्प के फायदे को बताते हुए कहा कि इसके माध्यम से समूहों का कार्य डिजिटल,पेपरलेस और पारदर्शी हो सकेगा।
*देशभर में एक सदस्य केवल एक ही समूह से जुड़ पाएगी, जिससे किसी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना नहीं होगी। समूह की सभी गतिविधियों का अनुश्रवण भी एप्प के माध्यम से डिजिटल रूप से किया जा सकेगा। यह कदम ग्रामीण महिलाओं के वित्तीय प्रबंधन और पारदर्शिता को बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है*।
*उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि अब तक एप्प में 20 हजार समूहों और 02 लाख 75 हजार से अधिक सदस्य जुड़ चुके हैं और अपनी प्रोफाइल को सफलतापूर्वक ऑनबोर्ड कर चुके हैं। जल्द ही शत-प्रतिशत समूहों व सदस्यों की प्रोफाइल इंट्री कर दी जाएगी, इसके लिए युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है*।
LokOS एप्प ग्रामीण महिलाओं के वित्तीय सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। एप्प के माध्यम से महिला समूहों को न केवल अपने वित्तीय कार्यों में पारदर्शिता प्राप्त हो रही है, बल्कि वे डिजिटल तकनीक का उपयोग करके कुशल और सशक्त भी बन रही हैं।
दरभंगा जिले की जीविका दीदियों की यह पहल पूरे राज्य और देश के अन्य हिस्सों के लिए प्रेरणादायक है,जो डिजिटल इंडिया के दृष्टिकोण को साकार करने में सहायक है।