डूबने से होने वाली मृत्यु से बचाव के लिए जन जागरूकता अभियान चलायें-डीएम
दरभंगा जिलाधिकारी दरभंगा राजीव रौशन द्वारा बताया गया कि प्रतिवर्ष जून से अक्टूबर तक डूबने की घटनाएं होती है।
जिलाधिकारी ने डूबने से होने वाली मृत्यु से बचाब हेतु जन जागरूकता सप्ताह 30 जून तक आयोजित करने के निर्देश संबंधित पदाधिकारी को दिया गया।
उन्होंने अंचलाधिकारी को खतरनाक घाटों को चिन्हित करते हुए समुदाय आधारित निगरानी तंत्र बनाना सुनिश्चित करेंगे। प्रखंड मुख्यालय में जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित कर डूबने की घटनाओं के रोकथाम पर चर्चा करेंगे तथा उनके सहयोग से स्थानीय स्तर पर समुदायों के बीच जन जागरूकता अभियान चलाएं।
प्राधिकरण स्तर से प्रशिक्षित कम्युनिटी वॉलिंटियर्स का उपयोग पंचायत एवं ग्राम स्तर पर जन जागरूकता एवं प्रचार प्रसार करने को कहा।
बालू /मिट्टी के खनन अन्य कारण से गड्ढे बनने नहीं दिया जाए पूर्व से मौजूद गड्ढे को चिन्हित कर लाल झंडा लगाया जाए।
जो बच्चे घर से बाहर शौच/ स्नान या पशु चराने के लिए जाते हैं, उन्हें उनके अभिभावक के माध्यम से खतरनाक जल स्रोतों से दूर रहने हेतु बार-बार सचेत करने के बारे में विद्यालयों, आंगनबाड़ी केन्द्रों, मंदिरों एवं मस्जिदों आदि से प्रचार-प्रसार किया जाए।
प्रत्येक वर्ष घाटों के समीप कुछ नए खतरे बन जाते हैं जैसे पानी के बहाव के कारण किनारो की गहराई बन जाना, किनारों पर खड़ी ढलान बन जाना इत्यादि इनके प्रति समुदाय विशेष कर बच्चों को सचेत करने हेतु सभी प्रशासनिक एवं गैर प्रशासनिक स्तर से जागरूकता कार्यक्रम किया जाए।
अति संवेदनशील क्षेत्रों में चेतना रथ चलाया जाए, छोटे वाहनों में से माईकिंग कराई जाए तथा हैंड बिल का वितरण कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि कार्यपालक अभियंता विद्युत शहरी एवं ग्रामीण दरभंगा सुनिश्चित करें कि जलाशय एवं घाटों के ऊपर से कोई भी बिजली का तार न गुजरे।
भविष्य में यह किसी भी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है। यदि किसी जगह ऐसा है तो यथाशीघ्र निराकरण हेतु कार्य करें।
जिला शिक्षा पदाधिकारी को स्कूल कॉलेज में निबंध एवं वाद विवाद प्रतियोगिता कराई जाए जिसमें विषय हो डूबने से होने वाली मृत्यु का जिम्मेदार कौन डूबने से बचने के लिए स्थानीय स्तर पर किए जाने वाले कारगर उपाय को बताएं।
जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आँगनवाड़ी सेविकाओं का संवेदीकरण, डूबने के खतरों के बारे में आँगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से बच्चों एवं उनके विभागों को जागरूक करना सुनिश्चित करेंगे।