नीट की परीक्षा पुनः आयोजित करवाने तथा एनटीए संस्था को भंग करने के सवाल पर आइसा ने निकाला प्रतिवाद मार्च
जब तक नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को रद्द नहीं किया जाता है तब तक परीक्षाओं में धांधलियां होती रहेंगी। एनटीए को रद्द करना होगा। छात्रों के भविष्य को बचाने के लिए नीट की परीक्षा पुनः आयोजित करनी होगी! – मयंक कुमार, जिला सचिव, आइसा
दरभंगा मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट तथा नेट परीक्षा में पेपर लीक तथा धांधलियों के सवाल पर आइसा ने राष्ट्रव्यापी आह्वान के तहत प्रतिवाद मार्च निकाला। इस अवसर पर छात्रों द्वारा केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का पुतला दहन किया गया।
मौके पर आइसा जिला सचिव मयंक कुमार ने कहा कि सीबीएसई या यूजीसी के हाथों से परीक्षा आयोजित करने का ठेका एनटीए को देना ही अपने आप में एक बड़ा भाजपाई षड्यंत्र है। जब से एनटीए परीक्षा आयोजित करवा रही है, तमाम तरह की धांधलियां हो रही हैं। आज लाखों छात्रों का जीवन दांव पर लगा है। देश के भविष्य की रक्षा के लिए एनटीए जैसी संस्थाओं को भंग करना होगा। यदि पेपर लीक होने के कारण नेट की परीक्षा रद्द हो सकती है, पुनः परीक्षा आयोजित करवाई जा सकती है तो नीट की परीक्षा पुनः करवाने से सरकार पीछे क्यों हट रही है? क्या इसके पीछे मोटे डोनेशनों तथा मोटे चंदे का लोभ है केंद्र सरकार को? इन सबके लिए जिम्मेदार केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को इस्तीफा देना होगा। अपने कर्तव्यों के निर्वहन में वे पूर्णतः असफल साबित हो चुके हैं।
मौके पर आइसा नेता सुभाष पासवान, राजीव कुमार, अभिषेक पासवान, बिपिन कुमार, मनीष यादव, गोलू कुमार, विशाल कुमार सहित बड़ी संख्या में छात्रों–नौजवानों की उपस्थिति रही।