स्नातक सेमेस्टर 1 रिजल्ट में गरबरी को लेकर एमएसयू ने परीक्षा नियंत्रक कार्यालय का किया घेराव–
सेकरों की संख्या में छात्रों ने 3 सूत्री मांग को लेकर 11 मार्च आंदोलन का किया घोषणा
तत्कालीन नहीं स्थायी निदान के लिए किया जाएगा आंदोलन-एमएसयू
मांग पर पहल नहीं होने पर डाटा सेंटर के खिलाफ खोला जायेगा मोर्चा
सोमवार को मिथिला स्टूडेंट यूनियन के द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में पीएनबी बैंक के समीप बैठक कर 11 मार्च को विश्वविद्यालय में जोरदार आंदोलन करने का घोषणा कर दिया गया हैं!बैठक को एमएसयू के विश्वविद्यालय संयोजक अमन सक्सेना विश्वविद्यालय अध्यक्ष अनीश चौधरी कॉलेज अध्यक्ष इंद्र कुमार राज,कुंदन भारती व शुभम कुमार कॉलेज टीम के सदस्य अंकित रॉय कृष्णा कुमार मुस्कान कुमारी तुलसी कुमारी सूरज कुमार आदर्श कुमार व पिंटू कुमार आदि ने संबोधित करते हुए कहा कि जब से नया डाटा सेंटर विश्वविद्यालय में आया है तब से सभी प्रकार के रिजल्ट निकलने के बाद छात्रों को एब्सेंट कर देना प्रमोटेड कर देना रिजल्ट पेंडिंग कर देना एक परम्परा सा बन गया हैं! गलती कॉलेज और विश्वविद्यालय करते हैं और परेशान छात्रों को किया जाता हैं! कहा इस बार लड़ाई तत्कालीन निदान का नहीं होगा इस बार लड़ाई रिजल्ट के समस्या का स्थायी समाधान के लिए होगा! कहा डाटा सेंटर को तत्काल विश्वविद्यालय से हटाए जाए जिस भी छात्रों को कम नंबर देकर प्रोमोटेड किया गया उसको पास किया जाए और जिस भी छात्रों को परीक्षा देने के बाबजूद रिजल्ट एब्सेंट कर दिया गया हैं उसका तत्काल निदान किया जाए!पार्ट 3 का रिजल्ट घोषित किया जाए साथ ही छात्र संघ चुनाव का घोषणा इस सत्र से शुरू किया जाए!जिसके लिए सभी छात्रों ने 2 दिन तैयारी कर गुरुवार को आंदोलन करने का घोषणा किया हैं बैठक के बाद सेकरों आक्रोषित छात्र परीक्षा नियंत्रक कार्यालय को घेर जमकर नारेबाजी किया और प्रॉक्टर प्रो-अजय नाथ झा को 11 तारीख के आंदोलन का जानकारी देते हुए कहा हमारी जो भी मांग हैं उसपर पहल किया जाए!अन्यथा इस आंदोलन को हम उग्र करने का काम करेंगे!ये विश्वविद्यालय प्रशासन का नाकामी हैं जिसके कारण इस तरह का रिजल्ट प्रकाशन का सिलसिला ख़त्म नहीं हो रहा हैं! एक आयोग्य डाटा सेंटर को बैठा कर लाखो छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा हैं!पता नहीं विश्वविद्यालय डाटा सेंटर पर कारवाई क्यु नहीं कर रहा हैं संगठन इस बार काफी सचेत हो गया हैं!छात्रों को पड़ेसान करने वाला डाटा सेंटर के खिलाफ इस बार संगठन आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं!नये नियम के अनुसार कोई भी छात्र अगर किसी पेपर में एब्सेंट या प्रोमोटेड होते हैं तो उसे सारे पेपर का परीक्षा देना होगा ऐसे में विश्वविद्यालय के गलती के कारण हजारों छात्रों का रिजल्ट प्रोमोटेड और एब्सेंट कर देना इन छात्रों के उज्जवल भविष्य पर सवाल खड़ा कर रहा हैं!जबकि सारा का सारा गलती कॉलेज और विश्वविद्यालय का हैं जिसमें छात्रों को फोटो कॉपी जमा करने को कहकर पड़ेसान किया जा रहा हैं यह सब एक साजिस के तहत किया जाता हैं डाटा सेंटर का कुछ दलाल हमेशा विश्वविद्यालय में सक्रिय रेहते हैं जो छात्रों से पैसा का उगाही करके अंदर से काम कराने का काम करते हैं जीन छात्रों को कोई पेरवी नहीं होता हैं उन्हें महीनों दौराया जाता हैं ताकि वो छात्र दलाल के चंगुल में फंस अपना काम कराये इस बार डाटा सेंटर का यह मनमानी नहीं चलने वाला हैं अगर विश्वविद्यालय प्रशासन मांगो पर सक्रिय नहीं होता हैं तो संगठन डाटा सेंटर में ताला जर सभी कर्मचारी को बंधक बनाने का भी काम करेगा क्यूंकि सारे छात्रों के पड़ेसानी का कारण डाटा सेंटर में बैठे कुछ लोग हैं जो पूरी तरह से भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं विश्वविद्यालय कारवाई करें!अन्यथा छात्र अपने स्तर से कारवाई करने को मजबूर होगा! कहा साथ ही पार्ट 3 रिजल्ट का घोषणा किया जाए और छात्र संघ चुनाव कॉलेज में सत्र 2024 से शुरू किया जाए! जब तक सभी मांग पूरा नहीं होगा यह आंदोलन चरणबद्ध तरीके से चलता रहेगा इस बैठक में पिंटू कुमार,मनीष मंडल विक्रम मंडल कृष्णा कुमार बैजनाथ, विष्णुदेव राम,देवनारायण,कन्हैया कुमार,सोनू मिश्रा,राजा,चंदन,रोहित,एके साह,रितेश साह,पीके ठाकुर, संजीव ठाकुर,राहुल,संध्या कुमारी,ज्ञानेष्वरी झा,सपना,ज्योति,आइशा,संजना, चाँदनी,काजल,श्रुति,कुमारी छमा,सबिया,अमृता राय,रिद्धि, काजल,अखिलेश कुमार,अमरेश कश्यप सौरभ कुमार समेत सेकरों छात्र उपस्थित थे।