देश का कानून भी यही कहता है कि 100 गुनहगार को सजा मिले लेकिन एक बेगुनाह को सजा नहीं मिलनी चाहिए- डॉ जमाल हसन
पहली मोहर्रम को दरभंगा ज़िला मोहर्रम कमिटी कार्यालय के ठीक सामने नाबालिग लड़कों द्वारा लहराए गए फ़िलिस्तीनी झंडा विवाद को लेकर ज़िला प्रशासन जिस प्रकार से मुक़दमा कर करवाई कर रही उसपर आज शाम 5 बजे अपने आवास पर प्रेस वार्ता का आयोजन कर अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय महासचिव डॉ जमाल हसन ने गहरा खेद प्रकट किया, इस प्रेस वार्ता में उनके साथ गिरफ्तार कर जेल भेजे गए बच्चे के माता पिता के अलावा बहुत से लोग मौजूद थे। डॉ जमाल हसन का कहना है कि यह कोई बड़ा मामला नहीं था। हिंदुस्तान से जो मोहब्बत भारतीय मुसलमानों में है वो अन्य किसी देश से नहीं हो सकती, संसद में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष, सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने अपने शपथ ग्रहण में फिलिस्तीन जिंदाबाद का नारा लगाया था तो उनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई जबकि वहां प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, रक्षा मंत्री समेत कई लोग मौजूद थे।
फ़िलस्तीन से मुसलमानो का धार्मिक लगाव है। वो हमारे लिए धार्मिक स्थल है इसलिए जब इज़राइल के हमले में वहाँ मासूम और महिलाओं की जान गई तो भारत के मुसलमानों में भी मानवता के नाते रोष है, यही कारण है कि कुछ नाबालिग बच्चों ने अपनी हमदर्दी प्रकट करने के लिए हो सकता है कि वह झंडा लहराया हो। इससे पहले भी दरभंगा में रामनवमी के अवसर पर बजरंग दल के लोगों ने सेक्युलर देश में जब हिंदू राष्ट्र का झंडा लगाया था तब केवल पीआर बांड पर ही छोड़ दिया गया था। लेकिन इस मामले में ज़िला प्रशासन की करवाई उचित नहीं है। साथ ही ज़िला मोहर्रम कमिटी के सदस्यों को चाहिये था कि बच्चों के साथ खड़ा रहना चाहिए था लेकिन बजाए इसके कुछ सदस्यों ने उन बच्चों के बारे में प्रशासन को चिन्हित कर उन्हें गिरफ्तार करवाया है जो उचित नहीं है। उन्होंने प्रशासन से माँग की है कि इस पर नरमी बरतते हुए नाबालिग बच्चे को रिहा किया जाए।
वही मोहम्मद गुलजार के पिता मोहम्मद जमाल जो पेशे से ऑटो ड्राइवर है उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जिस दिन उनके बच्चे को थाने पर गिरफ्तार किया गया उन्होंने मोहर्रम कमेटी के लोगों से मदद करने को बात किया पर कमेटी के लोगों ने कहीं से कोई मदद नहीं किया, शुरू दिन से आज तक डॉ जमाल हसन हमारे साथ खड़े है,मेरे बच्चे के केस में भी वकील उन्होंने मुहैया करवाया।