बढ़ती बेरोजगारी और बढ़ते अपराध के खिलाफ कांग्रेस का रोजगार केन्द्र पर तालाबंदी
बिहार के दरभंगा जिला रोजगार केंद्र पर “नौकरी दो या सत्ता छोड़ो” के तहत हजारों युवाओं, छात्रों, संविदा कर्मियों, और नागरिकों ने एकजुट होकर बढ़ती बेरोजगारी और बढ़ते अपराध के खिलाफ ऐतिहासिक विरोध प्रदर्शन किया। बिहार की जनता ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली डबल इंजन सरकार को सख्त चेतावनी दी: बिहार के युवाओं को नौकरी दो या सत्ता छोड़ो! यह आंदोलन बिहार के युवाओं, छात्रों और संविदा कर्मियों के भविष्य को बचाने और उनका हक दिलाने का इंकलाबी अभियान बनकर उभरा है।
विरोध प्रदर्शन में आये हजारों बेरोजगार युवाओं ने सरकार के खिलाफ जमकर आक्रोश जताते हुए रोजगार केंद्र पर ताला जड़ दिया और नारेबाजी की। इस दौरान मुख्य वक्ता पूर्व मंत्री मध्यप्रदेश सरकार हर्ष यादव ने कहा, पिछले 20 साल में टायर्ड मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सबसे बड़ी उपलब्धि है 5 करोड़ युवाओं का बेरोजगार होना।
आज बिहार में डबल इंजन सरकार के रहते बेरोजगारी का यह आलम है कि 45 विभागों में 5 लाख से अधिक सरकारी पद खाली पड़े हैं। BPSC, SSC, NEET और UGC-NET जैसी परीक्षाओं में बार-बार पेपर लीक ने बिहार के युवाओं की मेहनत को मजाक बना दिया है। ऐसा लगता है बिहार सरकार ने परीक्षा और प्रबंधन की सुपारी पेपरलीक माफियाओं को दे दी है, इसीलिए पेपरलीक होने के बाद इन पर कोई कारवाई नहीं की जाती है। अब शिक्षा माफियाओं का बोलबाला और सरकार की चुप्पी अस्वीकार्य है।
पूर्व विधायक मध्यप्रदेश निशंक जैन ने कहा कि बिहार में 7 लाख से अधिक संविदा कर्मी सालों से खट रहे हैं, और सरकार की ऐसी नियोजित वाली व्यवस्था है जिसमें न स्थायी नौकरी है और न उचित वेतन। विरोध प्रदर्शन में आये संविदा शिक्षक, होमगार्ड और आशा कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर हमारा काम समान है तो समान वेतन भी मिलना चाहिए।
दरभंगा जिला कांग्रेस कमिटी के जिला अध्यक्ष दयानंद पासवान ने कहा की जो छात्र आज मजबूरन बिहार से बाहर रहते हैं, उन्होंने भी प्रदर्शन में शामिल होकर बताया कि मेरी डिग्री बिहार की है लेकिन नौकरी नहीं मिलने से हम दूसरे राज्यों में नौकरी के लिए दर-दर भटक रहे हैं, जिससे प्रतिभा और हुनर का मजाक बन रहा है। कई छात्रों ने बताया कि उच्च शिक्षा के पढाई के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड से लाखों का लोन लिया, लेकिन नौकरी नहीं मिल पाने के वजह से बिहार के बाहर जाकर अपने डिग्री के हिसाब से नीचे स्तर का काम अपनी ज़िन्दगी गुजर-बसर करने के लिए कर रहे हैं। ये भी पलायन का मुख्य कारण है। कुछ लोग लोन चुकाने के लिए अपनी जमीन को भी बेच दे रहे हैं। कितने स्टूडेंट तो लोन न चुकाने के क्रम में आत्महत्या करने को विवश हो गए।
कार्यक्रम के आयोजक डॉ जमाल हसन ने कहा कि बिहार में बढ़ती बेरोजगारी के चलते आज अपराध 300% बढ़ गया है, सिर्फ 4 महीने में बिहार में 115 हत्याएं होना बताता है कि बिहार के डबल इंजन की सरकार के मुखिया नीतीश कुमार नाकारा, निकम्मे और गैर-जिम्मेदार हैं । बिहार में बढ़ते अपराध, बलात्कार, हत्या और लूटपाट ने आम जनता का जीना दुश्वार कर दिया है। बेरोजगारी और अपराध में गहरी साठ-गांठ है, जिसे डबल इंजन की सरकार की नाकामियों ने और बढ़ा दिया है।
विरोध प्रदर्शन में आए युवाओं ने सरकार को चेतावनी देते हुए ये 5 प्रमुख मांगें रखीं-
1. 5 लाख से अधिक खाली सरकारी पदों पर तुरंत बहाली करो।
2. पेपर लीक और शिक्षा माफियाओं को तुरंत सजा दो।
3. 7 लाख से अधिक संविदा कर्मियों को पक्की नौकरी और समान वेतन दो।
4. उद्योग और रोजगार के अवसर तुरंत बढ़ाओ और पलायन रोको।
5. अपराध पर लगाम लगाओ, बिहार को सुरक्षित बनाओ।
बिहार के दरभंगा जिला में रोजगार केंद्र पर हजारों लोगों ने भाग लिया और सरकार को चेतावनी देते हुए कहा ‘नौकरी दो या सत्ता छोड़ो’। सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ यह जनआंदोलन बिहार के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित होगा और नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी तथा कांग्रेस पार्टी ने संकल्प लिया है कि युवाओं के साथ हो रहे इस खिलवाड़ को जोरदार तरीके से घर-घर पहुंचाएंगे और उन्हें नौकरी में भागीदारी दिला के रहेंगे।
आज हुए विरोध प्रदर्शन में जिला को ऑर्डिनेटर नटवर सिंह,कार्यक्रम के आयोजक डॉ जमाल हसन,पूर्व जिला अध्यक्ष सीताराम चौधरी,मंच संचालनकर्ता मोहम्मद असलम, रतिकांत झा,प्रतिभा सिंह,रीता मिश्रा,मीतू कुमारी,रामपुकार चौधरी,शंकर झा,कन्हैया झा,मिथिलेश चौधरी,राजा अंसारी,प्रभा मिश्रा,सैयद तनवीर अनवर,मिथिलेश पासवान,प्रिंस परवेज,माधव झा,मोहम्मद नौशाद, मुस्कुर उस्मानी, दिलखुश कुमार,इरशाद, राव वीरेंद्र,मनोज भारती,नसरूल्लाह,सादिक आरज़ू, सुदीष्ट ठाकर, हसमत अंसारी,उदित नारायण चौधरी,डॉ अफरोज अलम,मिथिलेश राय,अंसार हसन,आमिर इकबाल,मोहम्मद अफसार,बसंत झा,नारायण जी झा,भूषण आजाद, खुदादाद अब्दुल अली,सिद्धांत गंगनानी,धनंजय सिंह,मोहम्मद चांद,दीपक पासवान,शकील हबीब,सरफराज अनवर,संतोष श्रीवास्तव सहित हजारों लोग उपस्थित रहे।