संस्कृत विभाग के 16-17 मार्च को आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में भाग लेंगे देश-विदेश के अनेक नामचीन विद्वान्
विभागाध्यक्ष
प्रो जीवानंद झा की अध्यक्षता में हुई तैयारी की समीक्षा बैठक
*अब तक 200 से अधिक प्रतिभागियों ने सेमिनार हेतु कराया पंजीयन–डा चौरसिया*
*संवेदनशील समाज के निर्माण में संस्कृत की भूमिका विषयक सेमिनार के शोध आलेखों का होगा प्रकाशन*
विश्वविद्यालय संस्कृत विभाग के तत्वावधान में आगामी 16-17 मार्च को “संवेदनशील समाज के निर्माण में संस्कृत की भूमिका” विषयक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार की तैयारी के उद्देश्य से संस्कृत विभाग में आज विभागाध्यक्ष प्रो जीवानंद झा की अध्यक्षता में तैयारी की समीक्षा बैठक आयोजित की गई,जिसमें प्रो नारायण झा, डा अयोध्यानाथ झा,डा सरोज कुमार गुप्ता,डा रीता सिंह,सी एम कॉलेज के संस्कृत विभागाध्यक्ष डा आर एन चौरसिया व डा संजीत कुमार झा,के एस कॉलेज के पूर्व संस्कृत विभागाध्यक्ष डा शिव कुमार मिश्र, एमएलएसएम कालेज के संस्कृत विभागाध्यक्ष डा विनय कुमार झा,डा ममता स्नेही, मारवाड़ी कॉलेज के संस्कृत विभागाध्यक्ष डा विकास सिंह,डा मंजू कुमारी,अंशु कुमारी,गुड्डी झा,कमलेश महतो,विरोध राम,भारत कुमार मंडल,रंजेश्वर झा, संगम जी झा,संजीत कुमार राम,तथा योगेंद्र पासवान आदि ने भाग लिया।
विभागाध्यक्ष प्रो जीवानंद झा ने बताया कि संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो सर्व नारायण झा की अध्यक्षता में आयोजित सेमिनार का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो सुरेंद्र कुमार सिंह करेंगे। इस अवसर पर श्रीलाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विद्यापीठ,नई दिल्ली के कुलपति प्रो रमेश कुमार पांडे मुख्य अतिथि तथा वहीं के वेद विभाग के उपाचार्य डा सुरेंद्र नारायण झा तथा मिथिला विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो जय गोपाल विशिष्ट अतिथि होंगे,जबकि सम्मानित अतिथि के रूप में जेएनयू ,नई दिल्ली के संस्कृत- प्राध्यापक प्रो रामनाथ झा,बीएचयू की संस्कृत प्राध्यापिका प्रो मनु लता शर्मा सम्मानित अतिथि होंगे।
सेंट स्टीफेंस कॉलेज,दिल्ली के संस्कृत प्राध्यापक प्रो चंद्र भूषण झा तथा रामेश्वरी देवी राजकीय स्नातकोत्तर कन्या महाविद्यालय,भरतपुर के संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रो लाला शंकर गयावार विशिष्ट वक्ता होंगे।लखनऊ विश्वविद्यालय के संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रो ब्रजेश कुमार शुक्ल तथा तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के पूर्व संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रो दामोदर महतो तकनीकी सत्र की अध्यक्षता करेंगे,जबकि विदेशी विद्वानों में मंगोलिया से प्रो उलजीत लुबंसंजाव, श्रीलंका से प्रो भंजे सुमिथानेंद थेरो तथा नेपाल से प्रो विजय कुमार चौधरी आदि ने सेमिनार में आने की स्वीकृति प्रदान की है।
सेमिनार के आयोजन सचिव डा आर एन चौरसिया ने बताया कि सेमिनार हेतु अब तक 200 से अधिक प्रतिभागियों ने अपना पंजीयन कराया है तथा 50 से अधिक प्रतिभागियों ने अपना शोध सारांश एवं आलेख भेजा है।सेमिनार के अवसर पर शोध सारांशिका का लोकार्पण भी होगा, जबकि स्तरीय शोध आलेखों को आईएसबीएन युक्त संपादित ग्रंथ में प्रकाशित किया जाएगा।