लॉक डाउन में छात्रा के साथ बालात्कार होना नीतीश-मोदी राज की विफलता का परिणाम-आइसा
भोजपुर में दलित छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार करने वाले को गिरफ्तार करे नीतीश सरकार – आइसा
ठाकुर संतोष शर्मा और विक्रम पोद्दार की हत्या की न्यायिक जांच हो
ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन(आइसा) के राज्यव्यापी आवाहन पर आज भाकपा(माले) जिला कार्यालय में एक दिवसीय प्रतिवाद कार्यक्रम लौकडाउन का पालन करते हुए आयोजित किया गया। इस अवसर पर भोजपुर दलित छात्रा के साथ बलात्कार क्यो, नीतीश कुमार जबाब दो, दलित छात्रा से बालात्कार करने वाले को गिरफ्तार करो, लौकडाउन में बालात्कार की घटना क्यो, नीतीश राज जबाब दो, संतोष शर्मा, विक्रम पौद्दार के हत्या की न्यायिक जांच कराओ आदि मांगो पर नारा लगा रहे थे।
इस अवसर पर आइसा जिला अध्यक्ष प्रिंस राज, जिला कमिटी सदस्य मोहम्मद शहाबुद्दीन,मोहम्मद नेयाज शामिल थे।
दूसरी ओर मब्बी में आइसा जिला सचिव विशाल माझी की अध्यक्षता में धरना दिया गया। इस अवसर पर मिथलेश पासवान, राजन पासवान, राम रकबाल मांझी, विवेक माझी, रौनक यादव उपस्थित थे।
इस अवसर पर आइसा ज़िला अध्यक्ष प्रिंस राज व जिला सचिव विशाल माझी ने कहा कि भोजपुर के चरपोखरी थाना के कथराई गांव में विगत 25 अप्रैल को चार की संख्या में सामंती- साम्प्रदायिक ताकतों द्वारा गांव की ही गरीब – दलित नाबालिग छात्रा के साथ बलात्कार की घटना की कड़ी निंदा की है।
उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन में इन ताकतों का मनोबल सर चढ़कर बोल रहा है और नीतीश कुमार हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन में दलित-गरीब भूख से मर रहे हैं और ऊपर से इस तरह की बर्बर घटनाएं दिल दहलाने वाली है। दरअसल, इन अपराधियों को भाजपा-जदयू का संरक्षण हासिल है। इसके पहले भी बेगूसराय में पुलिस के द्वारा ठाकुर संतोष शर्मा और विक्रम पोद्दार की हत्या हुई जिसके खिलाफ पुरे देश भर में आवाज उठी और न्याय की माँग हुई जिस पर अभी तक नीतीश कुमार के द्वारा कुछ भी नही किया गया।आइसा इस हत्या की उच्च स्तरीय न्यायिक जांच की माँग करता।
उन्होंने आगे कहा कि इस लॉकडाउन में सामंती-सांप्रदायिक ताकतों का मनोबल काफी बढ़ा गया है और पुलिस-प्रशासन पूरी तरह से निरंकुश हो गए हैं। सरकार अगर समय रहते भोजपुर के दलित छात्रा को न्याय नही देती है तो जनता अब सरक पर आकर नीतीश-मोदी शासन का पोल खोलेगी।