अंतर्राष्ट्रीय बाल श्रम विरोधी दिवस के अवसर पर शहर के वार्ड 31भीगो नया टोला मोहल्ले की बस्तियों में रह रहे अति पिछड़े परिवारों के बच्चों के बीच कोविड 19 के महामारी से बचने के लिए एक ओर तो विश्व स्तर पर कई प्रयास किए जा रहे हैं तो इसी क्रम में कलाम यूथ लीडरशीप से सम्मानित सामाजिक कार्यकर्ता फवाद ग़ज़ाली, बचपन बचाओ आंदोलन एवं बाल कल्याण समिति की सदस्य इंदिरा कुमारी, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन एवं महिला जागृति संस्थान के प्रेम शंकर झा, वार्ड 31 के वार्ड पार्षद अब्दुल्ला अंसारी उर्फ गुड्डू सभी के संयुक्त सहयोग मास्क
, सैनिटाइजर कॉपी एवं कलम का वितरण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए किया गया। इस मौके पर श्री गजाली ने बताया कि वर्तमान समय को देखें तो पूरी दुनिया के लिए बाल श्रम की समस्या एक चुनौती बनती जा रही है। विभिन्न देशों द्वारा बाल श्रम पर प्रतिबंध लगाने के लिए समय-समय पर विभिन्न प्रकार के कदम भी उठाए गए हैं। इसी बीच श्रीमती इंदिरा ने बताया कि दो दशक पहले 2000 में दुनिया भर में बाल मजदूरों की संख्या करीब 26 करोड़ थी जो हम सब के साझा प्रयासों से घटकर अब 15 करोड़ रह गई है। श्री प्रेम ने बताया कि पिछले साल अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन आईएलओ के महानिदेशक गाए रायडर ने एक कार्यक्रम में चिंता जाहिर करते हुए आशंका भी जताई थी कि जिस रफ्तार से हम चल रहे हैं उसमें सन 2025 में भी 12:00 करोड़ बाल मजदूर बचे रहेंगे। इसी बीच किशोर न्याय बोर्ड दरभंगा के सदस्य अजीत कुमार मिश्र ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मौजूदा हालात में कोरोना के कारण हमारे सामने और भी बड़ी चुनौतियां लेकर आएगा। जिसमें बाल मजदूरी बाल विवाह वेश्यावृत्ति और बच्चों का उत्पीड़न बढ़ने का खतरा है इसलिए अब पहले से अधिक ठोस और त्वरित उपायों की जरूरत है।श्री अब्दुल्ला ने अपनी बात रखते हुए कहा कि बतौर वार्ड पार्षद होने के नाते अपने वार्ड के सभी जरूरतमंद परिवारों एवं उनके बच्चों के लिए हर सुविधा मुहैया उपलब्ध कराना मेरी पहली प्राथमिकता है जिससे कि उन बच्चों को अच्छी शिक्षा साफ सफाई है और सरकारी हर प्रकार की सुविधा सहायता प्रदान कराना है।