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मौसमी परिवर्तन के दौरान नवजात के गतिविधियों पर रखें नज़र आने वाले सर्दी में नवजात की अच्छे तरीके से करें देखभाल। संवाददाता Ajit kumar singh

मौसमी परिवर्तन के दौरान नवजात के गतिविधियों पर रखें नज़र
आने वाले सर्दी में नवजात की अच्छे तरीके से करें देखभाल
कोरोना संक्रमण के मद्देनजर सतर्कता ज़रूरी
समय से टीकाकरण व चिकित्सकीय जांच ज़रूरी

 

 

दरभंगा ठंड के मौसम ने दस्तक दे दी है। सुबह शाम थोड़ी सी ठंड का एहसास भी होने लगा है। लिहाजा लोगों की दिनचर्या बदल गया है। वैसे तो सर्दियों के मौसम में हर उम्र के लोगों को देखभाल की आवश्यकता होती है, लेकिन बच्चों को ऐसे मौसम में खास देखभाल की आवश्यकता होती है क्योंकि उनकी प्रतिरोधी क्षमता कमज़ोर होती है। सर्दियों में बच्चों का ख्याल रखें क्योंकि छोटे बच्चे बता भी नहीं सकते कि उन्हें ठंड लग रही है, बच्चे बहुत नाजुक होते हैं और जल्द बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। यही वजह है कि हर मौसम उनकी देखभाल विशेष तौर पर करनी पड़ती है। खासकर, सर्दियों के दौरान बच्चों से जुड़ी छोटी से छोटी चीजों पर ध्यान देना जरूरी हो जाता है। वहीं, इस दौरान संक्रमण का खतरा भी ज्यादा रहता है। इसलिए, सर्दियों में शिशु की देखभाल अच्छे तरीके से करनी चाहिए।
शिशु का समय पर करायें टीकाकरण:
डीएमसीएच के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ ओम प्रकाश ने कहा कि शिशु का टीकाकरण समय पर करायें, जिससे वो कर्इ संक्रामक बीमारियों के खतरे से दूर रहे। शिशु के सर व पैर हमेशा ढक कर रखे। बच्चों को स्कूल में साफ सफार्इ रखने को प्रेरित करे। बच्चों में ज्यादा दिन तक रहने वाला सर्दी जुकाम निमोनिया भी हो सकता है। नवजात शिशु की रोग प्रतिरोधी क्षमता बनाये रखने के लिए उसे स्तनपान कराये। स्कूल जाने वाले बच्चों को पोषक आहार दें और उन्हें मुंह पर रूमाल रखकर छींकने व खांसने की आदत डाले। वही सर्दियों में बच्चों की देखभाल इस प्रकार करें

नौनिहालों की देखभाल के दौरान इन बातों का रखें ख्याल:
डीएमसीएच के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ ओम प्रकाश ने कहा कि अपने नवजात शिशु को छूने से पहले अपने हाथों को नियमित रूप से धोते रहें। इसके लिए हैंडवाश का उपयोग कर सकते हैं। इससे आपके द्वारा बच्चे को किसी भी प्रकार के बैक्टीरिया का खतरा कम हो जाता है।
नवजात शिशु की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका है स्तनपान कराना। यह उसे ठंड और संक्रमण से दूर रखने में मदद करेगा। छह महीने तक के बच्चों के लिए स्तनपान जरूरी है।
नवजात शिशु को लगने वाले सभी प्रकार के टीकों की लिस्ट यार रखें और समय से उसे टीका लगवाएं। यह बच्चे को सर्दी के मौसम में होने वाली बीमारियों से सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है।
सर्दियों के मौसम में बच्चे के बेडरूम का तापमान गर्म बनाए रखें। कमरे में ठंडी हवा के प्रवेश को रोकने के लिए सभी खिड़कियां बंद रखें। साथ ही वेंटिलेशन का भी ध्यान रखें।
अपने बच्चे को गर्म और आरामदायक कपड़े पहनाएं रखें। याद रखें कि यदि बच्चे के कमरे का तापमान पहले से ही गर्म किया हुआ है, तो उसे बहुत सारे कपड़े न पहनाएं।
सर्दियों में विशेष रूप से नवजात शिशु की मालिश का पूरा ध्यान रखें। बच्चे की मालिक करने के लिए जैतून का तेल, बादाम का तेल या नारियल तेल का उपयोग कर सकते हैं।
नवजात शिशु की त्वचा संवेदनशील होती है। इसलिए, सर्दियों के दौरान बेबी साबुन, शैंम्पू और बॉडी वॉश जैसे उत्पादों का अधिक उपयोग करने से बचें।
नियमित रूप से बच्चे की त्वचा को सबसे अच्छे बेबी लोशन से मॉइस्चराइज करें।
ऊपर बताए गए किसी भी तरह के लक्षण दिखने पर तुरंत बाल चिकित्सक से संपर्क करें।
बीच-बीच में बच्चे के शरीर के तापमान की भी जांच करते रहें।

कोरोना को ले बरते सतर्कता:
बाहरी लोगों से नवजात को दूर रखें
घर के सदस्यों को भी संक्रमण मुक्त होने तक नवजात से दूर रहना चाहिए
बाहर से आने पर नवजात को बिना हाथ धोये न छुएं
मां व अन्य सदस्यों को संक्रमण को ले सतर्कता बरतनी चाहिए
खांसी या सर्दी या बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।

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