सर्दियों में गर्भवती महिलाएं स्वास्थ्य का रखें विशेष ख्याल
उचित आहार व पौष्टिक भोजन से गर्भस्थ शिशु का होगा विकास
कोरोना काल में सावधानी ज़रूरी
चिकित्सकीय परामर्श के लिए सरकारी सुविधाओं का करें उपयोग
दरभंगा,4 नवंबर। मौसम में बदलाव से अब सर्दी महसूस होने लगी है। सुबह-शाम ठंड का असर होने लगा है। धीरे धीरे ठंड में बढ़ोतरी होगी। इस दौरान गर्भवती महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की जरूरत है। खासकर सर्दियों में उन्हें अपने स्वास्थ्य एवं गर्भस्थ शिशु के सफल विकास के लिए एहतियात बरतनी चाहिए। एक महिला के लिए गर्भावस्था सबसे खुशी का पल होता है। इस दौरान महिलाओं को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है,लेकिन महिलाएं उसे खुशी-खुशी सहन कर लेती हैं। मौसम के बदलाव के साथ- साथ महिला को अपनी देखभाल ज्यादा करने की जरूरत पड़ती है। गर्भवती महिलाओं को अपने खान-पान का अच्छे से ख्याल रखना पड़ता है। क्योंकि इस समय ठंड लगने खांसी-जुकाम इंफेक्शन जैसी समस्याओं का खतरा ज्यादा हो जाता है। ऐसे में गर्भवती महिला को अपनी देखभाल में थोड़ी भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए । इससे गर्भवती महिला और गर्भस्थ शिशु को नुकसान होने की संभावना बन जाती है। इसके मद्देनजर निकट के सरकारी अस्पतालों में समुचित चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध है। जरूरी पर नहीं पर अस्पतालों में डॉक्टर से सलाह ले सकती हैं। इस दौरान टीकाकरण पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इसे लेकर निरंतर चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए ताकि सफल प्रसव के बाद स्वस्थ नवजात जन्म ले सके।
खान पान पर विशेष ध्यान देने की ज़रूरत
चिकित्सक डॉ विनय कुमार ने बताया कि सर्दियों में गर्भवती महिला को स्वस्थ रहने के लिए अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। सर्दियों के मौसम में गर्भवती महिला को विटामिन- सी प्रचुर मात्रा में लेना चाहिए। इससे गर्भवती महिला और गर्भस्थ शिशु को स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। इसलिए अपने आहार में संतरा, ब्रोकली, हरी सब्जियां आदि का भरपूर मात्रा में शामिल करना चाहिए।
केसर वाला दूध बेहतर-
गर्भवती महिला और गर्भस्थ शिशु दोनों के लिए केसर वाला दूध लाभदायक होता है। यह न केवल गर्भस्थ शिशु को स्वस्थ रखने में मददगार होता है बल्कि सर्दियों में होने वाली समस्याओं से भी बचाता है। इसके सेवन से शिशु गोरा भी होता है। इसलिए सर्दियों में रात को सोने से पहले गर्भवती महिला को एक गिलास दूध में तीन-चार केसर डालकर पीना चाहिए।
सूखा फल से मिलता पोषक तत्व
सूखा फल न केवल पोषक तत्वों से भरपूर होता है बल्कि इसके सेवन से सर्दियों में इम्युनिटी बढ़ाने में भी मदद मिलती है। इसका सेवन करने से गर्भस्थ शिशु के बेहतर शारीरिक विकास के साथ सर्दियों में होने वाली परेशानियों से बचाव करने में भी मदद मिलती है। इसलिए गर्भवती महिला को बादाम, खजूर, किशमिश आदि का सेवन करना चाहिए।
हरी साग- सब्जियां करें भोजन में शामिल-
सर्दियों के मौसम में खासकर तरह- तरह की हरी साग सब्जियां उपलब्ध हो जाती हैं । हरी सब्जियों में आयरन, फोलिक एसिड, कैल्शियम और अन्य पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं, जो एक गर्भवती महिला और गर्भस्थ शिशु के लिए लाभदायक होते हैं। इसलिए सर्दियों के मौसम में गर्भवती महिला को हरी साग सब्जियों का प्रचुर मात्रा में सेवन करना चाहिए।
अंडे का करें सेवन-
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को नाश्ते में 2 उबले हुए अंडे का सेवन करना चाहिए। यह गर्भावस्था के दौरान महिला को स्वस्थ रखने के साथ शिशु के लिए भी जरूरी पोषक तत्व प्रदान करते हैं। सर्दियों में या ठंड के कारण होने वाली परेशानियों से भी बचाने में मददगार होता है। इसलिए खासकर सर्दियों में गर्भवती महिला को अंडे का जरूर सेवन करना चाहिए।
नॉनवेज भोजन फायदेमंद-
बिना मरकरी की मछली व चिकन का सेवन भी गर्भवती महिला को सप्ताह में एक दो बार जरूर करना चाहिए। इसमें प्रचुर मात्रा में आयरन, ओमेगा 3 फैटी एसिड होते हैं जो शिशु के बेहतर विकास के साथ ही गर्भवती महिला को स्वस्थ रखने के लिए भी मददगार होते हैं।
पर्याप्त मात्रा में पीयें पानी
सर्दियों के मौसम में अक्सर लोग कम पानी पीते हैं। लेकिन शरीर के हाइड्रेट ना रहने के कारण ड्राई स्किन, गर्भस्थ शिशु व महिला को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती है। पानी की कमी के कारण आपकी समस्या ज्यादा बढ़ सकती है क्योंकि इनफेक्शन आदि होने का खतरा ज्यादा हो जाता है। ऐसे में आपको इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि खासकर सर्दियों में पानी का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें। इसके साथ ही फलों के रस, नारियल का पानी आदि भी भरपूर मात्रा में पीएं। इससे आप के शरीर में पानी की कमी नहीं होगी और आप हाइड्रेट रहेंगे।
ठंडे से बचें-
घर में और बाहर जाने से पहले भी आप पूरे कपड़े पहनें और बाहर निकलने से पहले आप अपने हाथ, पैर, कान आदि को अच्छे से ढककर निकलें।
इम्यून सिस्टम को बढ़ाएं-
इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने के लिए अपने खान-पान का खास ध्यान रखें। इसके लिए आप पौष्टिक युक्त चीजों का सेवन करने के साथ-साथ बासी भोजन से बचें। ऐसा करने से गर्भवती महिला के साथ-साथ गर्भ शिशु पर भी बुरा असर पड़ता है।
डॉक्टर से मिलें-
किसी भी तरह की परेशानी होने के बाद आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। यह आपके स्वास्थ्य के साथ आपके गर्भ में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होगा। इसके लिए सभी प्रखण्डों के अस्पताल में जाकर चिकित्सक से परामर्श ले सकते हैं ।
कोरोना काल मे सतर्कता ज़रूरी-
हमेशा साफ सफाई पर ध्यान दें
बाहर जाने पर मास्क पहन लें
साथ में हमेशा सैनिटाइजर रखें
अस्पताल में अन्य चीज़ों को न छुएं
अनजान व्यक्ति के सम्पर्क में आने से बचें
डॉक्टर से परामर्श के बाद जल्द ही घर लौट जाएं
घर वापसी पर कपड़ों को बदल, हाथ को सैनिटाइजर से साफ कर लें।