प्रथम फेज में स्वास्थ्यकर्मियों को मिलेगी कोविड-19 की वैक्सीन
– प्राइवेट
नर्सिंग होम के स्वास्थ्य कर्मियों को भी मिलेगी वैक्सीन की डोज
– रजिस्ट्रेशन के लिए उपलब्ध कराया गया लिंक
मधुबनी,
कोविड-19 के वैक्सीन के संभावित टीकाकरण को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कवायद तेज कर दी गई है। कोरोना की वैक्सीन कोरोना के फ्रंट वारियर यानि स्वास्थ्यकर्मियों को दी जाएगी। साथ ही निजी नर्सिंग होम के कर्मियों को भी टीकाकृत किया जाएगा। सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार झा ने बताया निजी अस्पतालों को यह भी कहा गया है कि वह अपने यहां से सभी स्वास्थ्यकर्मियों के नाम-पते सहित पूरी जानकारी भेज दें व जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा उपलब्ध कराए गए लिंक पर अपलोड कर दें।
निजी संस्थानों के लिए उपलब्ध हुआ लिंक:
जिले के सभी निजी स्वास्थ्य संस्थानों के लिए जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा लिंक http://164.100.130.11:8083/ri/login.aspx उपलब्ध कराया गया है। जिसमें जिले के सभी पंजीकृत तथा बिना पंजीकृत स्वास्थ्य संस्थानों के स्वास्थ्य कर्मियों का ऑनलाइन पंजीयन किया जाएगा।
ऐसे होगा रजिस्ट्रेशन:
निजी स्वास्थ्य कर्मियों के रजिस्ट्रेशन के लिए लिंक को ब्राउज़र पर खोलना है। उसके बाद साइन इन पेज खुलेगा। निजी स्वास्थ्य संस्थानों का यूजर आईडी और पासवर्ड बनाने के लिए न्यू- यूजर साइन- अप पर क्लिक करें। साइनइन पर क्लिक करने के बाद पेज खुलेगा। जिसमें विवरण मोबाइल नंबर डालेंगे जिसमें ओटीपी वन टाइम पासवर्ड जाएगा। ओटीपी को ओटीपी वाले बॉक्स में डाल कर सेव कर दें। सेव करने के बाद यूजर नेम और पासवर्ड उसी मोबाइल नंबर पर आएगा। उसके बाद साइन इन पेज खोलें। मोबाइल नंबर पर भेजे गए यूजरनेम और पासवर्ड को देख लेना उसके बाद यूजर नेम पासवर्ड एवं कैप्चर कोड प्रविष्ट कर, साइन इन पर क्लिक करें। एड न्यू पर क्लिक करने के बाद डायलॉग बॉक्स खुलेगा, जिस पर सभी कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों का विवरण प्रविष्ट कर सेव कर दें।
वैक्सीन से कोरोना से लड़ने में अलग ताकत मिलेगी-
सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार झा ने बताया कि स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाए जाने से कम से कम उनमें काम करने का जज्बा बढ़ेगा और कोरोना से लड़ने में अलग ताकत मिलेगी।
कोरोना काल में इन उचित व्यवहारों का करें पालन,-
– एल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का प्रयोग करें।
– सार्वजनिक जगहों पर हमेशा फेसकवर या मास्क पहनें।
– अपने हाथ को साबुन व पानी से लगातार धोएं।
– आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।
– छींकते या खांसते वक्त मुंह को रूमाल से ढकें।