14 जनवरी से मिशन परिवार विकास की होगी शुरुआत
-कार्यपालक निदेशक ने पत्र जारी कर दिया निदेश
-योग्य दंपत्तियों को स्थाई एवं अस्थाई साधन अपनाने के लिए किया जाएगा प्रेरित
-दो चरणों में चलेगा अभियान
जिले में अगले वर्ष के 14 जनवरी से मिशन परिवार विकास अभियान की शुरुआत होगी। यह अभियान 31 जनवरी तक चलेगा और दो चरणों में पूरा होगा। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने पत्र जारी कर सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा- निर्देश दिया है। इस अभियान को चलाने के लिए विभाग की ओर से मुहिम शुरू करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं। इसके लिए आवश्यक सभी बिन्दुओं पर कार्य किए जा रहे हैं। कार्यक्रम के दौरान योग्य दंपत्तियों को परिवार नियोजन के स्थाई एवं अस्थाई साधन अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
दो चरणों में चलेगा अभियान:
मिशन परिवार विकास अभियान दो चरणों में चलेगा। अभियान के तहत 14 से 20 जनवरी तक दम्पती संपर्क सप्ताह मनाया जाएगा। जबकि 21 से 31 जनवरी तक परिवार नियोजन सेवा सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। दम्पती संपर्क पखवाड़े के दौरान आमजन में जागरूकता लाने के लिए सही उम्र में शादी, शादी के बाद कम से कम 2 साल के बाद पहला बच्चा, दो बच्चों में कम से कम 3 साल का अंतराल एवं प्रसव के बाद या गर्भपात के बाद परिवार नियोजन के स्थायी एवं अस्थायी साधनों पर जोर दिया जाएगा। परिवार नियोजन सेवा सप्ताह के दौरान प्रथम रेफरल इकाइयों में नसबंदी शिविर का आयोजन किया जाएगा।
मांग के अनुसार सेवा प्रदायगी में तेजी:
संस्थागत प्रसव के बाद लगभग 60 प्रतिशत एवं सुरक्षित गर्भपात के बाद लगभग 90 प्रतिशत दंपतियों में परिवार नियोजन के लिए मांग है। इसे ध्यान में रखते हुए अभियान के दौरान प्रसव के बाद महिला नसबंदी एवं कॉपर टी संस्थापन पर विशेष बल दिया जाएगा। इसके लिए प्रसव कक्ष में परिवार कल्याण परामर्शी, एएनएम, स्टाफ नर्स के माध्यम से प्रसव एवं गर्भपात के लिए आए हुए इच्छुक महिलाओं को उत्प्रेरित करते हुए सुविधा प्रदान करायी जाएगी।
क्या है मिशन परिवार विकास अभियान:
सिविल सर्जन डॉ. संजीव कुमार सिन्हा ने बताया कि केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा कुल प्रजनन दर प्रति महिला बच्चों की कुल संख्या में कमी, आधुनिक गर्भनिरोधों के उपयोग को बढ़ाने, गर्भनिरोधक साधनों की सामुदायिक स्तर पर पहुंच सुनिश्चित करने एवं परिवार नियोजन के प्रति जन-जागरूकता को बढ़ाने के लिए उच्च कुल प्रजनन दर की सूची में शामिल बिहार में मिशन परिवार विकास की शुरुआत की गयी है। सैंपल रजिस्ट्रेशन सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार अभी बिहार का कुल प्रजनन दर 3.2 है। मिशन विकास परिवार के तहत वर्ष 2025 तक बिहार के प्रजनन दर को 2.1 तक लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसमें नवीन गर्भनिरोधक साधन अंतरा एवं छाया, सारथी वैन से परिवार नियोजन पर जागरूकता, नवदंपति के लिए नयी पहेली किट एवं सामुदायिक जागरूकता के लिए सास-बहू सम्मेलन जैसी नवीन गतिविधियों को शामिल किया गया है।
कार्यक्रम चार चरण में संपादित किया जाएगा:
मिशन परिवार विकास अभियान को चार चरण में सम्पादित किया जाएगा। अभियान को लेकर पूर्व योजना 9 से 13 जनवरी तक, दम्पती संपर्क सप्ताह 14 से 20 जनवरी तक, मिशन परिवार विकास अभियान के प्रथम अथवा द्वितीय दिन 14 तथा 15 जनवरी को, परिवार नियोजन सेवा सप्ताह 21 जनवरी से 31 जनवरी तक और अभियान के बाद समेकित भौतिक एवं वित्तीय प्रतिवेदन का काम संपादित किया जाएगा।
इन विभागों का लिया जाएगा सहयोग:
कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए आईसीडीएस, समाज कल्याण विभाग, पंचायती राज विभाग, जीविका, महादलित विकास मिशन के साथ बैठक आयोजित की जाएगी तथा सहयोग के लिए अपील की जाएगी प्रखंड स्तर पर आईसीडीएस, पंचायती राज विभाग, जीविका,महादलित विकास मिशन के साथ कार्यशाला आयोजित कर किया जाएगा तथा क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं आंगनबाड़ी सेविका, जीविका दीदी एवं विकास मित्र का परिवार विकास मिशन को लेकर उन्मुखीकरण किया जाएगा।
कोविड-19 प्रोटोकॉल का किया जाएगा पालन:
कार्यक्रम के संचालन के लिए गृह मंत्रालय भारत सरकार के नवीनतम दिशा निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाएगा। जिसके तहत दो गज की सामाजिक दूरी के मापदंड तथा कंटेंटमेंट जोन से बाहर कार्यक्रम का संचालन किया जाएगा।