विश्व यक्ष्मा दिवस के मौका पर सिंहवाङा पीएचसी मे हस्ताक्षर अभियान के साथ निकली जागरूकता रैली
909 मरीजों का बीते वर्ष टीबी जांच हुआ जिसमें 192 टीबी के मरीजों का खोज हुआ
सिंहवाङा पीएचसी मे बुधवार को विश्व टीबी दिवस के मौका पर हस्ताक्षर अभियान चलाया गया जागरूकता रैली भी निकली
टीबी हारेगा देश जीतेगा नारों के साथ राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिला स्वास्थ्य समिति ( यक्ष्मा ) दरभंगा की ओर से सिंहवाङा पीएचसी मे बुधवार को विश्व टीबी दिवस के मौका पर हस्ताक्षर अभियान चलाया गया
दरभंगा – सिंहवाङा। टीबी हारेगा देश जीतेगा नारों के साथ राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिला स्वास्थ्य समिति ( यक्ष्मा ) दरभंगा की ओर से सिंहवाङा पीएचसी मे बुधवार को विश्व टीबी दिवस के मौका पर हस्ताक्षर अभियान चलाया गया इस अभियान मे स्वास्थ कर्मियों के अलावा पीङित मरीज के परिजनों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया साथ ही साथ टीबी को हराने का सभी ने यह खास मौका पर संकल्प भी लिया। वहीं यह खास मौका पर लोगों ने कहा कि अब टीबी का समुचित इलाज सिंहवाङा पीएचसी मे हो रहा है और जो भी सरकारी सुविधाएं है वह सब मील रहा है लोगों मे काफी खुशी देखी गई सभी ने एक स्वर मे कहा टीबी हारेगा देश जीतेगा इसको सफल बनाने की पूरी कोशिश हो रही है। सिंहवाङा पीएचसी के वरीय यक्ष्मा पर्यावेक्षक शशिभूषण ने बताया की सिंहवाङा मे टीबी के इलाजरत मरीजों को पोषण सहायता राशी कार्यक्रम के अन्तर्गत उपचार की पूरी अवधि तक प्रत्येक रोगी को 500 रुपया प्रतिमाह मील रहा है यह राशि पोषण सहायता के रुप मे सीधे मरीज के बैंक खाते मे दी जाती है। जागरूकता के लिए प्रचार प्रसार भी तेजी से हो रहा है। और अब मरीज भी सीधे पीएचसी का रुख कर रहें हैं। बहुआरा निवासी मीर मुस्लिम ने बताया कि हम पूरी तरह से पीङित थे। परेशानी देख जब सिंहवाङा पीएचसी पहुंचे तब टीबी है यह डाॅक्टर साहब ने बताया लेकिन इलाज शुरू होते ही हालत सुधरने लगी और अब पूरी तरह से आराम है। सिंहवाङा के सभी पंचायत से लोग बुधवार को सिंहवाङा पीएचसी पहुंचे बुधवार को जागरुकता रैली मे सभी शामिल होकर टीबी हारेगा देश जीतेगा , हम सब ने यह ठाना है टीबी को दूर भगाना है। आदि नारों को बुलंद किया पीएचसी प्रभारी डाक्टर प्रेमचंद्र ने बताया मुजफ्फरपुर और दरभंगा सीमा पर यह पीएचसी होने के कारण गायघाट , कटरा आदि प्रखंड के मरीज मुजफ्फरपुर से सिंहवाङा पीएचसी मे इलाज के लिए आते हैं। और उपचार के बाद निकट के स्वास्थ्य केन्द्र मे मरीजों का उपचार लगातार चलता है। लैब टेक्निशयन कुमारी अर्चना ने कहा सुबह से ही बल्गम जांच वाले मरीजों का लाइन लग जाता है। केयर इंडिया की समीक्षा झा ने कहा की किसी भी व्यक्ति को दो सप्ताह से ज्यादा दिनों तक होने वाली खांसी या शाम के समय बुखार लगे तब तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र से मुफ्त मे जांच और इलाज करायें बुधवार को होने वाले कार्यक्रम मे प्रभारी प्रेमचंद्र की पैनी नजर थी। और काफी चौकस नजर आए एसटीएलएस अवधेश कुमार ने कहा पिछले वर्ष 2020 मे कोरोनाकाल होने के बावजूद भी सिंहवाङा पीएचसी मे कार्यरत कर्मी जांच और इलाज से पीछे नहीं हटे और कोरोना वारीयर्स के रुप मे सभी ने अपना योगदान दिया इसका जीता जागता उदाहरण है कि बीते वर्ष 2020 मे कोरोना संकट होते हुए भी कुल 909 मरीजों का टीबी जांच हुआ जिसमें 192 टीबी के मरीजों को खोज निकाला गया और टीबी से पीङित लोगों का सफल इलाज भी हुआ।