मैथिली दधीचि बाबू साहेब चौधरी स्मृति पर्व समारोह आयोजित
मैथिली दधीचि बाबू साहेब चौधरी स्मृति पर्व समारोह का आयोजन रविवार को उनके पैतृक गांव दुलारपुर स्थित मध्य विद्यालय परिसर में किया गया। अखिल भारतीय मिथिला संघ के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डॉ. बैद्यनाथ चौधरी बैजू एवं झारखंड मैथिली मंच के महासचिव जयंत झा ने किया। कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत शिवशंकर चौधरी द्वारा प्रस्तुत गोसाउनि गीत के साथ हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता मैथिली सेनानी कमलेश झा ने की। मौके पर विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डॉ. बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने स्व. बाबू साहेब चौधरी के कृतित्व एवं व्यक्तित्व की विस्तार से चर्चा करते हुए मिथिला एवं मैथिली के विकास में उनके अमूल्य योगदान को रेखांकित किया।अपने संबोधन में उन्होंने बाबू साहेब चौधरी स्मृति ग्रंथ के प्रकाशन को समय की मांग बताते हुए उपस्थित जन मानस से जनगणना में अनिवार्य।रूप से मातृभाषा मैथिली दर्ज करने की अपील की। जयंत झा ने स्व0 बाबू साहेब चौधरी के कृतित्व, व्यक्तित्व एवं उनके आन्दोलनी प्रवृत्ति से सीख लेते हुए मिथिलावासी एवं प्रवासी मैथिलों से मिथिला के सर्वांगीण विकास के लिए आगे आने की अपील की। मौके पर कार्यक्रम का संयोजन कर रहे उग्रनाथ मिश्र, वरिष्ठ साहित्यकार मणिकांत झा, हीरेन्द्र कुमार झा, राजेश कुमार सिंह ठाकुर, पद्मानंद चौधरी आदि ने बाबू साहेब चौधरी से जुड़े संस्मरण सुनाए।
इससे पूर्व गांव के मंगल भवन स्थित बाबू साहेब चौधरी के प्रतिमा स्थल पर आयोजित कार्यक्रम में स्व. चौधरी की मूर्ति पर माल्यार्पण कर मिथिला-मैथिली प्रेमियों ने उनके प्रति श्रद्धा निवेदित किया। डॉ. अमलेन्दु शेखर पाठक के संचालन में आयोजित कवि सम्मेलन में डाॅ अशोक कुमार मेहता, फूलचन्द्र प्रवीण, मणिकांत झा, डा राजेश कुमार सिंह ठाकुर, राम कुमार झा, प्रवीण कुमार झा, दिलीप कुमार झा, अमित मिश्र, सुमित मिश्र गुंजन, आनंद मोहन झा, अजीत कुमार आजाद, सदरे आलम गौहर, गुलाम रसूल, चन्द्र मोहन झा पड़वा, तीन दर्जन से अधिक कवियों ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत की। मौके पर लक्ष्मी सिंह ठाकुर को मैथिली साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए बाबू साहेब चौधरी स्मृति सम्मान ने नवाजा गया। सम्मेलन उपरांत मैथिली मंच के प्रसिद्ध उद्घोषक राधे भाई के संचालन में शुरू हुआ सांस्कृतिक कार्यक्रम देर रात तक चलता रहा। कार्यक्रम में माधव राय, कुंजबिहारी मिश्र, जुली झा, प्रतिभा चौधरी आदि ने अपनी गायिकी का जादू जमकर विखेरा।