कोरोना संक्रमण के दौर में मास्क बनाकर कर जीविका दीदी कर रही परिवार का भरण पोषण
-175 समूहों द्वारा अब तक 03 लाख मास्क का किया निर्माण
-अब तक जीविका की ओर से करीब 11 लाख मास्क का किया निर्माण
विपरीत समय मे मास्क निर्माण कार्य से मिला रोजगार : मंजू
दरभंगा :- 17 मई. कोरोना महामारी के दौरान कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सर्वाधिक उपयोगी एवं आवश्यक सामान मास्क का निर्माण कार्य जीविका दीदीयों को मिलने से जीविका दीदीयों को इस विपदा की घड़ी में एक स्वरोजगार उपलब्ध हो गया है। इसे लेकर डीएम डॉ त्यागराजन एसएम ने संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिया है।
उन्होंने विभिन्न प्रखंडों में जीविका को चिन्हित करते हुए मास्क बनाने का कार्य देने को कहा है। साथ ही इसके वितरण को लेकर भी आवश्यक निर्देश दिए गए है। ज़िला प्रशासन के सहयोग से हायाघाट प्रखंड के जीविका समूह अप्रैल 2020 से ही मास्क निर्माण कार्य में जुटी है। हायाघाट प्रखंड के कुल 1955 स्वयं सहायता समूह कार्यशील हैं, जिनसे 22000 परिवार जुड़े हुए हैं। इन परिवारों की महिलाएँ विभिन्न स्व-रोजगार कार्य से जुड़कर अपने एवं अपने परिवार की जीविका चलाती हैं। प्रारंभ में हायाघाट प्रखंड में जीविका से जुड़ी मात्र 35 सदस्य थीं, जो सिलाई का काम करती थीं, लेकिन वर्ष 2018 में जीविका परियोजना प्रबंधक, रोजगार प्रबंधक एवं प्रखंड परियोजना प्रबंधक के सतत् प्रयास से आर-सेट्टी के माध्यम से कुल 64 सदस्यों को सिलाई मशीन चलाने का प्रशिक्षण देकर स्व-रोजगार सृजन हेतु उन्हें योग्य बनाया गया।
मार्च 2020 में मास्क निर्माण का दिया था निर्देश:
पिछले साल मार्च, 2020 से कोरोना संक्रमण के फैलने पर सरकार द्वारा मास्क निर्माण का आदेश दिए जाने के दौरान हायाघाट प्रखंड के 14 पंचायतों के 175 समूह प्रशिक्षित हो चुकी थीं। वर्ष 2020 में इन सदस्यों के द्वारा 1.65 लाख मास्क बनाए गए थे। संकुल संघ, ग्राम संगठन के द्वारा इन्हें प्रति मास्क 05 रुपये मजदूरी दिया गया और 1. 65 लाख मास्क के लिये 8.25 लाख रुपये का भुगतान आपदा की घड़ी में किया गया था।
ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से हो रहा है मास्क का वितरण:
कोरोना की दूसरी लहर के तेज संक्रमण पर काबू पाने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के सभी परिवार को मास्क उपलब्ध कराने के दिए गए निर्देश के आलोक में जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम द्वारा जारी आदेश के आलोक में जिला के सभी 324 पंचायतों के द्वारा 25,22,816 मास्क की माँग जीविका से की गई है। मास्क- माँग की आपूर्ति के लिए 1408 जीविका सदस्य लगातार मास्क निर्माण का कार्य कर रही हैं। अब तक 11.02 लाख मास्क का निर्माण जीविका द्वारा किया जा चुका है तथा पंचायतों को 8. 38 लाख मास्क की आपूर्ति की जा चुकी है एवं वर्तमान में जीविका के स्टॉक में 2.34 लाख मास्क उपलब्ध है। साथ ही मास्क वितरण का कार्य ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से किया जा रहा है। प्रत्येक ग्रामीण परिवार को 06- 06 मास्क उपलब्ध कराया जा रहा है।
परिवार के भरण पोषण में मिली सहायता:
हायाघाट प्रखंड के श्रीरामपुर पंचायत अवस्थित हवासा ग्राम निवासी मंजू देवी, पति – रंजीत मांझी ने बताया कि वह अब तक 7000 मास्क बना चुकी है और आगे भी बनाने को तत्पर है। उन्होंने बताया इस विपदा की घड़ी में 35000 रुपये की आमदनी होने पर उसे अपना परिवार का भरण-पोषण करने में काफी सहूलियत हो रही है। उन्होंने कहा विपरीत समय मे घर बैठे रोज़गार मिलना बहुत बड़ी बात है। इससे परिवार चलाने में मदद मिल रही है। मास्क बनाने का कार्य नहीं मिलने पर दिक्कत हो जाती। इसी प्रकार हायाघाट प्रखंड के ही मझौलिया पंचायत अवस्थित होरलपट्टी ग्राम निवासी छोटे शर्मा की पत्नी अमोला देवी 9000 मास्क का निर्माण कर चुकी है और इससे 45000 रुपये अर्जित कर चुकी है। जिससे उनके परिवार के भरण-पोषण में काफी सहूलियत हो रही है। काम मिलने से पूर्व परिवार के सदस्य चिंतित हो गए थे। विकट समय कैसे परिवार चलेगा सभी यही सोच रहे थे। लेकिन इसी बीच सरकार की ओर से मास्क बनाने का कार्य मिला। इस प्रकार आमदनी होने से परिवार के भरण पोषण की समस्या समाप्त हो गई। अब सभी खुश है।