कोरोना काल में अपने इम्युन सिस्टम व फेफड़ों का रखें विशेष ख्याल
कोरोना की दूसरे लहर में फेफड़ों की महत्ता आयी सामने
व्यायाम, प्राणायाम व बेहतर खान- पान से फेफड़ों को करें बेहतर: डॉ विनय
दरभंगा एक स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन निवास करता है। चिकित्सकों के अनुसार मानव की स्वस्थता पूरी तरह से आपके इम्युन सिस्टम और लंग्स यानी फेफड़ों की मजबूती पर निर्भर करता है। अगर फेफड़े ठीक ढंग से काम नहीं करेंगे, तो अस्थमा, टीबी, निमोनिया जैसी कई बीमारियां भी अपनी चपेट में ले सकती हैं। निज़ी चिकित्सक डॉ विनय कुमार बताते हैं विभिन्न शोधों के आधार पर पता चला है कि कोरोना वायरस से जल्दी और बेहतर बचाव के लिए भी आपके फेफड़े बिल्कुल मजबूत होने चाहिए, क्योंकि यह वायरस सीधे आपके फेफड़ों में हमला (अटैक) करता है। कोरोनावायरस की दूसरी लहर ने लोगों को फेफड़ों के महत्व के बारे में बता दिया। कई लोगों की ऑक्सीजन की कमी से जान चली गई तो कई लोग अभी गंभीर रूप से अस्पताल में भर्ती हैं। कोरोना का नया स्ट्रेन सीधे फेफड़ों पर आक्रमण कर रहा है और इसे संक्रमित कर देता है। जिसके बाद मरीज को सांस लेने में कठिनाई होने लगती है। ऐसे में कुछ सावधानी बरतनी ज़रूरी है-
फिजिकल एक्टिविटी करें:
डॉ कुमार की मानें तो फेफड़ों को स्वस्थ्य रखने के लिए रोजाना 30 मिनट तक फिजिकल एक्टिविटी करनी पड़ेगी। इसके लिए साइकिल चला सकते हैं। पैदल चल सकते हैं या बॉडी मूवमेंट वाले कुछ काम कर सकते है। इसके अलावा सप्ताह में 150 मिनट व्यायाम (एक्सरसाइज) भी कर सकते हैं।
धूम्रपान की आदत छोड़ें:
डॉ विनय ने कहा यदि फेफड़ों को मजबूत करना है तो सबसे पहले धूम्रपान (स्मोकिंग) की आदत को छोड़ना होगा। धूम्रपान कैंसर के खतरा बढ़ाता है, साथ ही साथ सांस संबंधी अन्य समस्याएं भी उत्पन्न करता है। जैसे अस्थमा सीओपीडी व अन्य बीमारी डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट की मानें तो फेफड़ों को कोरोना संक्रमण से बचाना है तो स्मोकिंग छोड़ना होगा। इससे मौत का खतरा बढ़ जाता है।
प्रदूषण से बचें:
प्रदूषण फेफड़ों के लिए बेहद हानिकारक होता है। धूम्रपान के अलावा हमें किसी भी तरह की प्रदूषित धूल, हवा या धूएं से दूरी बनानी की कोशिश करनी चाहिए।
सांस संबंधी व्यायाम करें:
यदि लंग्स को मजबूत करना है तो प्राणायाम, अनुलोम-विलोम जैसे कुछ गहरी सांस वाले एक्सरसाइज करने होंगे। इससे ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर तरीके से फेफड़ों में होता है। तब ही सांस संबंधी समस्याएं नहीं होती हैं
स्वस्थ व संतुलित भोजन करें:
यदि फेफड़ों को मजबूत करना है तो खानपान में भी बदलाव करना होगा। इसके लिए आपको फल, हरी सब्जियां, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन वाले प्रोडक्ट व डेयरी प्रोडक्ट का भी ज्यादा मात्रा में सेवन करना चाहिए।
अपने आहार में निम्नलिखित चीजों को करें शामिल
हर रात सोने से पहले हल्दी दूध पीएं। इसके लिए कच्ची हल्दी को दूध में पकाएं और फिर पी जाएं। हल्दी एंटी-बॉयोटिक्स का काम करती है। इससे आपके लंग्स मजबूत होते हैं।
हर रोज सुबह दूध के साथ च्यवनप्राश लेने से आपके लंग्स मजबूत होंगे और आपकी इम्युनिटी भी बढ़ती है।
चाय बनाते वक्त उसमें अदरक और पुदीना-तुलसी की कुछ पत्तियां डाल दें। इससे भी आपके फेफड़ों को मजबूती मिलेगी।
अपने भोजन में कच्चा लहसुन और अदरक शामिल करें| लहसुन में एलिसिन नामक एक यौगिक होता है, जो एक शक्तिशाली एंटीबायोटिक एजेंट के रूप में कार्य करता है और हमारे फेफड़ों को छिपाने वाले श्वसन संक्रमण से निपटने में मदद करता है। दूसरी ओर, अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो श्वसन पथ से विषाक्त पदार्थों को हटाने में मदद करता है।
कोरोना से करें बचाव
हमेशा मास्क पहनें। हाथ को लगातार साबुन से धोएं अतिआवश्यक होने पर बाहर निकलें। किसी भीड़ भाड़ वाले जगह पर न जाएं। किसी समारोह में भाग न लें बच्चों, बुजुर्ग व गर्भवती महिलाएं बाहर न निकलें। कोरोना प्रोटोकॉल का सदैव अनुपालन करें। कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन ज़रूर लगाएं।