वेक्सिनेशन में गड़बड़ी रोकने के लिए लाया गया 4 अंको का सेक्युरिटी कोड
सही रूप से लाभार्थी को पहचान कर टीकाकरण में मिलेगी सुविधा
लोगों से शिकायत मिलने के बाद रजिस्ट्रेशन वेबसाइट व मोबाइल एप में किया गया बदलाव
दरभंगा देश में कोरोना महामारी से निबटने के लिए वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है. वैक्सीन लेने के लिए को-विन मोबाइल एप पर रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है. रजिस्ट्रेशन में गड़बड़ी को कम करने के लिए अब चार अंकों की सिक्योरिटी कोड सिस्टम लाया गया है. चार अंकों का यह सिक्योरिटी सिस्टम 8 मई से शुरू हो चुका है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, अतिरिक्त सुरक्षा सुविधा का उद्देश्य गड़बड़ी को कम करना है. कई लोग वैक्सीनेशन के लिए अप्वाइंटमेंट स्लॉट बुक करते हैं. लेकिन, निर्धारित तिथि पर वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीन के लिए नहीं गये. ऐसे में पाया गया है कि गलत तरीके से पुष्टि कर दी गयी कि लाभुक को खुराक दी गयी है.
टीकाकरण से पूर्व कोड को बताना जरूरी
वैक्सीनेशन के लिए अप्वाइंटमेंट स्लॉट बुक करने वाले कई लोगों को वैक्सीनेटेड के रूप में चिह्नित करने के लिए डेटा-एंट्री में गड़बड़ी को सुधारने के लिए अतिरिक्त सुविधा को लेकर 4 अंकों का सिक्योरिटी कोड सिस्टम लागू किया गया है. को-विन वेबसाइट-मोबाइल ऐप पर वैक्सीनेशन स्लॉट बुक करने पर लोगों को चार अंकों का सिक्योरिटी कोड प्राप्त होगा. इसे वैक्सीनेशन सेंटर में प्रस्तुत करना होगा. इस कोड का उल्लेख डिजिटल सर्टिफिकेट पर भी किया गया है.
सही तरीके से हो पाएगा टीकाकरण
कोड से स्पष्ट हो सकेगा कि निर्धारित तिथि पर वैक्सीनेशन के लिए लोग उपस्थित हुए थे या नहीं. मालूम हो कि वैक्सीनेशन के लिए को-विन वेबसाइट-मोबाइल ऐप पर तेजी से अप्वाइंटमेंट स्लॉट की बुकिंग की जा रही है. वैक्सीन लेनेवालों की संख्या अधिक होने के कारण अप्वाइंटमेंट स्लॉट बुक करनेवालों को सप्ताह-दो सप्ताह के बाद का स्लॉट मिल रहा है. कोरोना वैक्सीनेशन की रफ्तार और तेज हो, सुरक्षित हो, ज्यादा से ज्यादा लोगों तक आसानी से पहुंच सके इसके लिए लगातार कोशिश की जा रही है. कोरोना वैक्सीनेशन के लिए इसकी आधिकारिक वेबसाइट को अब पहले से और ज्यादा सुरक्षित बना दिया गया है. लिहाजा इस वेबसाइट में एक नया फीचर जोड़ा गया है. अब लाभार्थी के पास चार अंकों का ओटीपी भी आयेगा. इसके पीछे का उद्देश्य है कि डेटा इंट्री करते वक्त कम गलतियां और लोगों को इसकी वजह से परेशानी का सामना ना करना पड़ा.
टीका नहीं लेने के बावजूद वेक्सिनेशन आने के मैसेज को दूर करने का प्रयास
विभाग को ऐसी सूचना मिल रही थी कि ऐसे कई लोग हैं जो वैक्सीन लेने नहीं पहुंचे हैं लेकिन उनके मोबाइल पर यह संदेश आ गया है कि वे वैक्सीन ले चुके हैं. ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि व्यक्ति ने जब ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया और तय समय पर वैक्सीनेशन के लिए नहीं पहुंचा तो वैक्सीन देने वाले ने यह इंट्री कर दी कि उसने वैक्सीन ले ली है, ऐसे में जब डाटा इंट्री की जाती है तो उसमें खामियां होती है. इस तरह की गलतियों को दूर करने के उद्देश्य से ही इस नयी सुविधा की शुरूआत की गयी है. अब लाभार्थी को वैक्सीन लगाने से पहले यह चार अंकों का कोड बताना होगा। उसके बाद ही वैक्सीन दिया जा सकेगी. वैक्सीन से पहले इस कोड से ही सबंधित लाभार्थियों की पहचान की दोबारा जांच की जायेगी. यह उन लोगों पर लागू होगा जिन्होंने ऑनलाइन वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन किया है. चार अंकों वाला कोड अप्वाइंटमेंट की रसीद पर भी लिखी हुई है। साथ ही यह एसएमएस के जरिये भी भेजा जा रहा है.
21 सत्र स्थलों पर 2470 लोगों को दिया कोरोना का टीका
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ ए के मिश्रा ने बताया गुरूवार को 21 सत्र स्थलों पर कुल 2470 लोगों को टीकाकृत किया गया. इसमें 1960 युवा व 510 बुजुर्गों ने कोरोना से बचाव को ले वैक्सीन ली. सबसे अधिक शहरी क्षेत्र में 980 लोगों को टीका दिया गया. वहीं डीएमसीएच में 230 लोगों ने टीका लिया. इसके अलावा अलीनगर में 10, बहेड़ी में 10, बिरौल में 20, बहादुपुर में 140, बेनीपुर में 170, बेनीपुर एसडीएच में 110, बिरौल में 20, गौराबौड़ाम में 25, घनश्यामपुर में 50, हनुमानगर में 119, जाले में 20, केवटी में 170, किरतपुर में 20, मनीगाछी 40, सदर में 176, सिंहवारा में 130, तारडीह में 20 लोगों को वैक्सीन की डोज दी गयी. जबकि हायाघाट, कुशेश्वरस्थान, व कुशेश्वरस्थान सतीघाट में वैक्सीनेशन नहीं हो सका.
45 साल से अधिक लोगों के लिये आया नौ हजार डोज
राज परिसर स्थित क्षेत्रिय वैक्सीनेशन सेंटर में 27000 डोज आया है. दरभंगा, समस्तीपुर व मधुबनी को 9000- 9000 डोज की आपूर्ति की जायेगी. यह बताया गया कि यह कोविशिल्ड वैक्सीन 45 साल से अधिक लोगों को दी जायेगी. बताया गया कि 23 मई से लागातार वैक्सीन की आपूर्ति की जायेगी. बता दें कि आज सुबह 8000 कोबिशिल्ड वैक्सीन आयी थी जिसे सभी टीकाकरण स्थलों पर भेज दी गयी है।