डब्लूआईटी को-एजुकेशन के रूप में बदलना संस्थान को बंद करने की साजिस हैं– एमएसयू
मिथिला स्टूडेंट यूनियन के विश्वविद्यालय प्रभारी अमन सक्सेना ने डब्लूआईटी को को-एजुकेशन के रूप में बदलने के फैसले पर आपत्ति व्यक्त किया हैं इस बाबत एमएसयू प्रभारी अमन सक्सेना ने कहा हैं लगातार शैक्षिणक संस्थानों के साथ सरकार और विश्वविद्यालय के द्वारा छेड़खानी किया जा रहा हैं उत्तर बिहार के दूर सुदूर गांवो के छात्राओं को इंजिनियर बनाने के उद्देश्य से भारत के पूर्व राष्ट्रपति और हर भारतीय के दिल में राज करने वाले मिसाइल मैन के नाम से मशहूर स्वर्गीय डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम के मार्गदर्शन पर जिस संस्ता को बनाया गया अब उस संस्था को बंद करने का साजिस यहाँ के कुलपति और विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा किया जा रहा हैं अब इस संस्था के नाम से महिला हमेसा के लिए हटा देने की साजिस रची जा रही हैं इस संस्था को बनाने का एक मात्र उदेश्य हर गाँव से लड़की को इंजीनियर बनाना था जिसे अब पूर्णतः समाप्त करने की मकसद से यह सब किया जा रहा हैं मिथिला स्टूडेंट यूनियन डब्लूआईटी को को-एजुकेशन बनाने की योजना का पुरजोर विरोध करता हैं और मांग करता हैं की संस्था जैसे चल रहा था वैसे ही चलाया जाए संस्था में लड़कियों की भागेदारी हैं तो सिर्फ उन्ही का भागेदारी होना चाहिए जिस संस्था को महान वैज्ञानिक मानस विहारी वर्मा ने सींचा हो आखिर उसे बदलने का सोचा भी कैसे गया यह समझ से पड़े हैं पिछले कुछ समय में डिस्टेंस एजुकेशन को बंद कर दिया गया लॉ जैसी संस्था को बंद कर दिया गया अब डब्लूआईटी को साजिश के तहत बंद करने का काम किया जा रहा हैं जिसे मिथिला स्टूडेंट यूनियन कतई बर्दास्त नही करेगा इस बाबत आज छात्र नेता गोविन्द झा और आदित्य मिश्रा के अगुवाई में विश्वविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन सौंप दिया गया हैं मांगो पर कारवाई नही होने आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा जिसकी पूर्णतः जवाबदेही विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।