दरभंगा । सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानकदेव जी की 550वीं जयंती के अवसर पर आयोजित प्रकाश पर्व में भारत पाकिस्तान सीमा पर पंजाब प्रांत के गुरुदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक मे पंजाब सरकार द्वारा को आयोजित किए गए सर्व भाषा कवि दरबार में साहित्य अकादमी, नई दिल्ली में मैथिली भाषा के प्रतिनिधि तथा एमएलएसएम कालेज, दरभंगा के रसायन विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो प्रेम मोहन मिश्र एवं मैथिली के प्रख्यात गीतकार, भारत निर्वाचन आयोग के आईकान तथा आकाशवाणी के दरभंगा संवाददाता मणिकांत झा ने मैथिली कविता प्रस्तुत की । रावी नदी के तट पर बने भव्य पंडाल में प्रेम मोहन मिश्र ने अपनी रचना “तलवंडी मे दिव्य जन्म ल’ नानक देव कहयला, विक्रम संवत १५२६ वैशाख सुदी तीन मे अयला, तृप्ता धन्य भेलीह ओ जननी नानक लेल पुत्र अवतार , कालू मेहताक कथा कही की भ’ गेलाह भव सागर पार ” पढ़ी । इस अवसर पर मणिकांत झा ने गुरु नानक देव के जीवनी पर लिखी अपनी कविता-
“नानक देवक पसरल छनि/सकल चराचर नाम /हिनका बारंबार प्रणाम/
/हिनका बारंबार प्रणाम/तृप्ता कोखिक अनुपम बालक
कल्लू मेहता पिता प्रतिपालक/ननकानी दइयो बहिनी छनि/सुलक्षणा जिनकर बाम/हिनका बारंबार प्रणाम/सिक्ख धर्म केर छथि निर्माता/ भक्तजनक ई भाग्य विधाता/सामवेद के आत्मशात कय/ देलनि नव आयाम/हिनका बारंबार प्रणाम।” पर श्रोताओं की जमकर तालियां बटोरीं। दोनों मैथिल कवियों द्वारा पढ़ी गई कविताओं को पंजाबी कवियों के द्वारा पंजाबी भाषा में भी अनुवाद कर प्रस्तुत किया गया ।
विदित हो कि पंजाब सरकार द्वारा गुरु नानकदेव जी की 550वीं जयंती को वृहत पैमाने पर मनाया जा रहा है । इस अवसर पर अनेकानेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है । यह प्रकाश पर्व 8 नवंबर से 11नवंबर तक चलेगा। इसके अंतर्गत प्रत्येक दिन सर्व भारती कवि दरबार का आयोजन किया गया है जिसमे देश भर के सभी भारतीय भाषाओं के कवियों को आमंत्रित किया गया है। प्रो प्रेम मोहन मिश्र तथा मणिकांत झा मैथिली भाषा का प्रतिनिधित्व किया है । विदित हो नव निर्मित करतारपुर काॅरिडोर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों से हुआ है ।
दरभंगा news24 live एडिटर Ajit kumar singh..