दरभंगा बिहार और केंद्र की सरकार मिथिला के हुनर को निखारने एवं इससे संबंधित लघु उद्योग को बढ़ावा देने की दिशा में तत्पर है और जल्दी ही स्वाबलंबी मिथिला अपनी खोई पहचान को हासिल करेगी। उक्त बातें झंझारपुर के सांसद रामप्रीत मंडल ने विद्यापति सेवा संस्थान के 9तत्वावधान में आयोजित मिथिला विभूति पर्व समारोह के दूसरे दिन का उद्घाटन करते हुए कही। उन्होंने
कहा कि आज इस कार्यक्रम में शामिल होने के बाद इस बात को लेकर स्वयं उनका भी शंका समाधान हो गया है कि मैथिली अब अगड़े मात्र तक सिमटी भाषा नहीं रही। और वे समाज के बीच इस मिथक प्रचार को खारिज करने के साथ-साथ मिथिला के सर्वांगीण विकास के लिए पृथक मिथिला राज्य के गठन की मांग को मजबूती प्रदान करने के लिए हरसंभव मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि वे इस मांग को प्रधानमंत्री व गृहमंत्री के समक्ष उठाएंगे। अपने संबोधन में उन्होंने प्राथमिक स्तर पर मैथिली की पढ़ाई शुरू करने के लिए कदम उठाए जाने को समय के अनुकूल मांग बताते हुए मैथिली भाषा साहित्य को गुणवत्तापूर्ण बनाए जाने के जरूरी कदम उठाने की बात कही। पूर्व मंत्री डाॅ रामलषण राम ने मिथिला-मैथिली के सर्वांगीण विकास के लिए युवाओं को आगे आने की अपील करते हुए मैथिली भाषा का उपयोग घर से शुरू किए जाने की बात कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता एमएलएसएम कालेज के प्रधानाचार्य डाॅ विद्या नाथ झा ने की।
इससे पूर्व अतिथियों का स्वागत सुषमा झा ने अपनी प्रस्तुति नवल पूर्णिमा पावन दिन मे आगत अतिथि महान छथि…. के साथ की। उद्घाटन सत्र से पहले सृष्टि कला केन्द्र व नटराज डांस एकेडमी ने मनोहर नृत्य प्रस्तुत किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम संयोजक पं कमला कांत झा के नेतृत्व आयोजित उद्घाटन सत्र की शुरूआत केदारनाथ कुमर के गाये गणेश वन्दना से हुई। मंगलाचरण डॉ ममता ठाकुर ने प्रस्तुत की।
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