खुल रहे हैं ऑफिस-कॉलेज, ऐसी छोटी-छोटी गलतियां दोबारा बढ़ा सकती हैं संक्रमण का जोखिम
•खुल गए स्कूल, कॉलेज, कार्यालय व व्यवसायिक प्रतिष्ठान, रहे सतर्क
•कोरोना के मामले कम हुए है, वायरस अब भी मौजूद- सिविल सर्जन
•कार्य स्थलों पर थोड़ी सी असावधानी से बढ़ सकता संक्रमण
दरभंगा. 16 फरवरी. कोरोना संक्रमण के कम होते मामलों के बीच एक बार फिर से देशभर में जारी प्रतिबंधों में छूट देने की शुरुआत हो चुकी है। शिक्षण संस्थान और ऑफिसों को दोबारा खोलने का निर्णय लिया गया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन और तमाम तरह के प्रतिबंधों के कारण लोगों की सेहत, विशेषतौर पर मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर देखा जा रहा है, ऐसे में स्थिति का सामान्य होना बहुत आवश्यक है। हालांकि कोरोना के इस दौर में दोबारा स्कूल और ऑफिस जा रहे लोगों को विशेष सावधानियां बरतते रहने की आवश्यकता है। कभी भी यह नहीं भूलना चाहिए कि सिर्फ कोरोना के मामले कम हुए है, वायरस हमारे बीच अब भी मौजूद है। सिविल सर्जन डॉ एके सिन्हा ने कहा दोबारा ऑफिस जा रहे लोगों को लगातार कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन करते रहना चाहिए। इसमें बरती गई कोई भी लापरवाही दोबारा से स्थिति को बिगाड़ सकती है। कोरोना के जिस तरह से नए वैरिएंट्स सामने आए हैं ऐसे में इनसे सुरक्षित रहने के लिए सभी लोगों को लगातार बचाव के उपाय करते रहना आवश्यक है। कोरोना के बाद ऑफिस जा रहे लोगों को इन बातों का हमेशा ध्यान रखना चाहिए
ऑफिस में मास्क पहनकर रहें:
सिविल सर्जन कहते हैं, कोरोना की कम होती रफ्तार के बीच दोबारा ऑफिस और कॉलेज खुल रहे हैं। सभी लोगों को इस दौरान कोरोना से बचाव को लेकर बरती जाने वाली सावधानियों में कोई लापरवाही नहीं करनी चाहिए। ऑफिस में चूंकि लोग इकट्ठा होते हैं ऐसे में सभी लोगों को मास्क पहनकर रखना चाहिए। मास्क का उपयोग करके कोरोना के संक्रमण से बचाव किया जा सकता है।
हाथों की सफाई जरूरी:
घर के एकांत माहौल से निकलकर एक बार फिर से लोगों के बीच जाने और उनसे मिलने से कोरोना का प्रसार बढ़ सकता है। ऑफिस के दौरान कई चीजों को हम लगातार छूते रहते है, इससे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। ऐसी चीजें जो लगातार बहुत से लोगों को संपर्क में रहती हों उन्हें छूने के बाद हाथों की सफाई या सेनेटाइज करना बिल्कुल न भूलें। कोरोना का वायरस सतह पर काफी देर तक रह सकता है, ऐसे में इससे बचे रहने के लिए हाथों की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें।
दूर से करें ‘हेलो-हाय’:
समाज सेवी प्रमोद ठाकुर ने बताया, ऑफिस में जाने का मतलब यह नहीं है कि फिर से वही गलतियां दोहारने लगें जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। दोस्तों और सहकर्मियों से मिलते समय हाथ मिलाने की जगह दूर से ही नमस्ते करें। ओमिक्रॉन संक्रमण के ज्यादातर केस एसिम्टोमैटिक रहे हैं, ऐसे में पता नहीं है कि कौन संक्रमित है और कौन नहीं। इसलिए दूर से हेलो-हाय करें, हाथ मिलाते भी हैं तो हाथों को सेनेटाइज जरूर करें।
इन बातों का भी ध्यान रखें:
डीएमसीएच के पूर्व वरीय चिकित्सक डॉ केके सिंह ने बताया कार्यालय खुल गए हैं, पहले की ही तरह जल्द ही पुरानी जीवशैली में आने जा रहे हैं। सुबह जल्दी जागने से लेकर ऑफिस पहुंचने के लिए सार्वजनिक परिवहन की ओर भागने तक। सार्वजनिक चीजों को छूने, आसपास लोगों से घिरे रहने और एक दूसरे के निकट संपर्क में आने तक, कई चीजें संक्रमण के जोखिम को बढ़ावा दे सकती हैं। ऐसे में बहुत आवश्यक है कि सभी लगातार, बिना लापरवाही के कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन करते रहें। ध्यान रखें कोरोना से सुरक्षित रहने के लिए बचाव करते रहना सबसे आवश्यक है।
सभी सरकारी अस्पतालों में जांच व चिकित्सा की सुविधा
सिविल सर्जन ने बताया कि संक्रमण का मामला धीरे धीरे कम हो रहा है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही संक्रमण को बढ़ावा दे सकता है। कहा किसी भी व्यक्ति को संदेह होने पर व निकट के सरकारी अस्पताल में संपर्क करें। वहां 24 घंटे डॉक्टरों एवं कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। संबंधित लोगों के मुफ्त में जांच व चिकित्सा की जाएगी। एवं गंभीर स्थिति होने पर निशुल्क एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल भेजने की सुविधा मुहैया कराई गई है।