दरभंगा
यूनीसेफ एवं ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में संचालित हो रहे इंप्रूवमेंट ऑफ क्वालिटी इन एजुकेशन एंड लर्निंग एंड एक्शन प्लान की
समीक्षा हेतु संध्या 6:30 बजे गांधी सदन के सभागार में कुलपति प्रो. सुरेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित की गयी। कार्यक्रम की मुख्यअतिथि
डॉ. यास्मीन अली हक, कंट्री हेड, यूनिसेफ जोकी बांग्लादेश की दक्ष चिकित्सक भी है और वो 1996 से चिकित्सा, शिक्षा, बच्चों के पोषण तथा यूनीसेफ के कई सामाजिक कार्यो को करती आ रही है ने कहा कि अकैडमीक लीडरशिप का बिषय बहुत ही महत्वपूर्ण है जिसपर गहन चिंतन करने की आवश्यकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत जैसे देश मे शिक्षा की कई चुनौतियां है जिन्हें बिभिन्न माध्यमो से संबोधित करना होगा । जैसे समाज में स्त्री-पुरुष के अंतर को पाटने के लिए जेंडर विमर्श जैसे बिषयों को शिक्षा में महत्वपूर्ण स्थान देने की आवश्यकता है। उन्होंने बिहार के बच्चों के संदर्भ में वर्तमान लर्निंग आउटकम के बारे में यह कहा कि राज्य इसमें प्रगतिशील है और इसे आगे बढाने के लिए शिक्षकों का विस्तृत प्रशिक्षण एवं प्रोत्शाहन निरंतर किया जाना चाहिए। अंडरस्टैंडिंग सेल्फ तथा अकैडमी लीडरशिप जैसे महत्वपूर्ण बिषयों पर काम करके शिक्षकों तक पहुचाने से शिक्षा की गुणवत्ता के सम्बर्धन की सकारात्मक स्थिति बनेगी। उन्होंने दूरस्थ शिक्षा निदेशालय तथा विश्वविद्यालय द्वारा किये जा रहे कार्यो को भरपूर सराहना की।
वही अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. सिंह ने कहा कि अकैडमिक लीडरशिप के माध्यम से विद्यालयों के प्रदर्शन में बहुत बड़ा परिवर्तन किया जा सकता है। उन्होंने कहा की जब एक शिक्षक में अकैडमिक लीडरशिप की भावना विकसित हो जाती है तो वह कठिन परिस्थितियों में भी अपने विद्यालय को शिक्षणिक स्तर पर उत्कृष्ट बना सकता है। राज्य के नवचयनित शिक्षा अधिकारियों के लिए बन रहे अकैडमिक लीडरशिप के कोर्स के बारे में उन्होंने कहा की यह कोर्स बिहार के संदर्भ में शिक्षा की जमीनी हकीकत को समझते हुए बनाया जा रहा है ताकि इसकी उपयोगिता सकारात्मक हो।
प्रतिकुलपति प्रो. जयगोपाल में कहा की इन सभी कार्यो की सफ़लता इस पर निर्भर होगी की हमारे विद्यालयों में शिक्षा की स्थिति बेहतर होगी।
कार्यक्रम असदुर रहमान, चीफ फील्ड ऑफिसर, यूनिसेफ बिहार
, प्रमिला मनोहरण, शिक्षा विशेषज्ञ यूनिसेफ, बिहार, शिवेंद्र पांडेया, प्रोग्राम मैनेजर, यूनिसेफ, बिहार, विश्वविद्यालय प्रभारी कुलसचिव डॉ. विजय कुमार यादव, दूरस्थ शिक्षा निदेशालय से उपनिदेशक डॉ. शंभू प्रसाद, बीएड नियमित डॉ. अरविंद कुमार मिलन, सहायक निदेशक डॉ. अखिलेश कुमार मिश्रा, शिक्षा विभाग के विभागध्यक्ष प्रो. विनय कुमार चौधरी, सहायक कुलसचिव (प्र.) डॉ. के.एन. श्रीवास्तव, डॉ. एस. ए. मोईन, डॉ. चंदन श्रीवास्तव । कार्यक्रम के आरंभ में अतिथियों को पुष्पगुच्छ देकर सम्मान किया गया तत्पश्चात डॉ. एस. ए. मोईन ने यूनिसेफ एवं विश्ववविद्यालय के साथ पूर्व में किये गए कार्यक्रमों के बिषय में पॉवरपॉइंट द्वारा जानकारी दी तथा शिक्षा के क्षेत्र में किये गए कारगर कार्यो को सदन के बीच रखा। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन अध्यक्ष, छात्र कल्याण प्रो. रतन कुमार चौधरी ने तथा मंच संचालन विकास पदाधिकारी डॉ. के.के. साहू ने किया।