इंसान के टूटे आत्मविश्वास से लेकर कमीज के टूटे बटन तक जोड़ने का काम करती है महिलाएं – डा निशा शरण सिन्हा
महिला सशक्तीकरण में सिलाई का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इसके जरिए महिलाएं अपने कपड़ों को स्वयं सिलने साथ दूसरों के कपड़े सिलकर कमाई भी कर लेती हैं। यह एक ऐसा स्वरोजगार का साधन है जिसे बहुत ही कम पूंजी में महिलाएं घर बैठे कर सकती हैं। अध्ययन से नाता छोड़ चुकी महिलाए भी सर्जना निखार शिविर के माध्यम से इस क्षेत्र में अपना कैरियर संवार सकती है। उक्त सभी बातें आज दिनांक 11.06.2022, शनिवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दरभंगा इकाई के द्वारा प्रतिवर्ष गर्मी की छुट्टियों में आयोजित हो रहे निःशुल्क प्रशिक्षण हेतु सर्जना निखार शिविर अंतर्गत आज पांचवे दिन प्रशिक्षण शिविर अंतर्गत सिलाई की प्रशिक्षिका डा निशा शरण सिन्हा ने बताया।
वही योग का प्रशिक्षण दे रहे प्रशिक्षक रौशन उपाध्याय ने कहा कि शैक्षणिक गतिविधियों के योग्य बनने के लिए शरीर और मन मस्तिष्क का भी स्वस्थ रहना जरूरी है। इसके लिए योग शिक्षा ही आसान और सरल माध्यम है। इसे नियमित रूप से स्वयं भी करें और समाज में भी बच्चों को योग शिक्षा की जानकारी के लिए प्रेरित करें।
मिथिला पेंटिंग की प्रशिक्षिका आरती महतो ने आज गणपति, शंख, बोर्डर बनाना आदि विषयो का प्रशिक्षण दिया।
वही स्पोकन इंग्लिश के प्रशिक्षक स्पोकेन हिल के निदेशक ए के झा सर ने अंग्रेजी में कैसे बातचीत कर लोगो को अपने से बांधकर रखे एवं अपना परिचय प्रस्तुत करने की विधि बताई।
आज व्यक्तित्व विकास के वर्ग में योग प्रशिक्षक एवं शिक्षाविद आर बी ठाकुर ने जीवन में सफलता के लिए आवश्यक तत्व ताकत, कमजोरी, लक्ष्य और जरूरत पर विस्तारपूर्वक चर्चा किया।
वह नृत्य की प्रशिक्षिका ने क्लासिकल नृत्य के बारे अवगत करवाया।
इस अवसर पर सहयोग में प्रदेश सह मंत्री पूजा काश्यप, वैष्णवी कुमारी, आस्था निगम, दीपशिखा, जिला संयोजक हरिओम झा सहित दर्जनों सहयोगी उपस्थित थे।