टॉल फ्री नंबर 104 पर जांच, इलाज, दवा समेत स्वास्थ्य से संबंधित हर तरह की मिल रही जानकारी
-104 टॉल फ्री नंबर पर कॉल कर सुझाव और शिकायत भी दर्ज करा सकते हैं आप
समस्तीपुर जिले में 104 टॉल फ्री नंबर पर डायल कर काफी संख्या में लोग इस सेवा का लाभ उठा रहे हैं। दरअसल, स्वास्थ्य विभाग ने जब से 104 टॉल फ्री नंबर सेवा शुरू की है, लोगों को इससे काफी फायदा पहुंच रहा । 104 नंबर पर डायल करते ही जांच, इलाज, दवा से लेकर स्वास्थ्य से संबंधित हर तरह की जानकारी लोगों को मिल जा रही है। दरअसल, सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता और लोगों तक इसकी आसान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए ही इस सेवा की शुरुआत की है। इसलिए यदि आपको सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा, दवा या स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़ी किसी भी तरह के सवाल का जवाब जानना हो तो आप 104 नंबर टॉल फ्री नंबर पर कॉल कर जानकारी हासिल कर सकते हैं।
सिविल सर्जन डॉ. एसके चौधरी कहते हैं कि 104 टॉल फ्री नंबर का लाभ जिले के सभी लोगों को उठाना चाहिए। इसके तहत स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी से लेकर शिकायत दर्ज करने की सुविधा प्रदान की जा रही है। वहीं मातृ एवं शिशु मृत्यु दर की रिपोर्टिंग बढ़ाने के लिए भी आप 104 टॉल फ्री नंबर का इस्तेमाल कर सकते हैं। मातृ एवं शिशु मृत्यु की सही जानकारी इससे जुड़ी स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने में सहयोग करता है। इसलिए लोगों से मेरी अपील है कि 104 टॉल फ्री नंबर का उपयोग जरूर करें।
शिकायत भी दर्ज करा सकते हैं आपः सबसे अच्छी बात यह है कि 104 नंबर पर डायल कर आप किसी भी तरह की शिकायत एवं सुझाव भी दे सकते हैं। शिकायत दर्ज करने के बाद शिकायतकर्ता को एक यूनिक आईडी नंबर दिया जाता है। इस नंबर के जरिये आप अपनी शिकायत की स्थिति के बारे में जान सकते हैं। स्थिति की जानकारी मिल जाने के बाद आप सुविधा का इस्तेमाल अपने हक में कर सकते हैं।
मातृ एवं शिशु मृत्यु दर की करें रिपोर्टिंगः महत्वपूर्ण बात यह है कि 104 टोल फ्री नंबर के जरिये आप मातृ एवं शिशु मृत्यु दर की रिपोर्टिंग भी कर सकते हैं। दरअसल, सरकार मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को बेहतर करने के लिए कई तरह के कार्यक्रम संचालित कर रही है। साथ ही मातृ एवं शिशु मृत्यु की सही रिपोर्टिंग पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसे लेकर सरकार गंभीरता से काम कर रही है। यही कारण है कि सरकार 104 नंबर पर मातृ एवं शिशु मृत्यु की जानकारी देने की अपील भी कर रही है। मातृ-मृत्यु की अवधि प्रसव के बाद 42 दिनों तक रखी गई है। अगर किसी भी व्यक्ति को इस संबंध में जानकारी मिलती है तो वह 104 नंबर पर डायल कर सकते हैं।
इन सुविधाओं का मिल रहा लाभः विशेषज्ञ चिकित्सक द्वारा सामान्य रोगों की जानकारी देना, कोरोना संबंधित जानकारी, आयुष्मान भारत से संबंधित जानकारी, चिकित्सकीय सेवा संबंधित सलाह, सुझाव एवं शिकायत, मनोरोग संबंधित चिकित्सकीय परामर्श और मातृ एवं शिशु मृत्यु की जानकारी देना।